कटाक्ष---(3-6-2019)

1)कैलाश विजयवर्गीयः- पूरे देश से भाजपा के कार्यकर्ताओं के फोन व 10लाख कार्ड़ से गदगद हो इन्होंने कहा- जय श्री राम बोलने से ऐसा लगता है जैसे ममता बनर्जी के कानों में किसी ने गर्म तेल डाल दिया हो. यह बिल्कुल असामान्य स्थिती है. ऐसा लगता है कि उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है. (सर, आपके बिपक्ष के करीब-करीब सभी के मानसिक संतुलन बिगड़ गये है कृप्या इस बारे में प्रधानमंत्री जी से या स्वास्थय मंत्री जी से बात करें वरना् राजनीति खेल का क्या मजा?)
2)सिद्धार्थ नाथ सिंहः- ममता बनर्जी की संस्कृति ओसाबा बिन लादेन जैसी है जिस कारण वह जय श्री राम सुनते ही भड़क जाती है. ओसामा में अधिक ध्यान के कारण उन्हें राम शब्द अच्छा नहीं लगता. देश के साथ-साथ अब ममता बनर्जी को भी बदलने की आवश्यकता है. (सर, आपने शायद अपनी जिन्दगी का काफी समय लादेन के साथ बिताया होगा, तभी तो लादेन की संस्कृति के बारे में आप को इतनी जानकरी है. अब आप बदल गये और भाजपा की संस्कृति से जुड़ गये. सर, आपकी चौयस अच्छी हैं.)
3)साक्षी महाराजः- महाराज जी ने ममता बनर्जी की तुलना हिरण्यकश्यप से कर दी. और कहा, उनके बेटे ने जय श्री राम बोल दिया था तो उसने अपने बेटे को ही जेल में डाल दिया था और उसे यातनायें दी थी. (महाराज जी, अगर आप को यह घटना याद है तो, ममता दीदी से सावधान हो जाये और किसी गुफा में जाकर जप-तप करिये आपके लिया वही जगह सही है. मुँह उठाकर इधर-उधर डोला मत करीये.)
4)अजुर्न सिंहः- सी.एम. का एक मात्र अस्त्र पुलिस और गुंडे है. उन्होंने कहा-पूरे बैरकपूर में नंदीग्राम जैसा आंदोलन कर दूंगा.
(अर्जुन भैया ,शायद आप यह कहना चाहते है -जिसकी लाठी उसकी भैंस.)
5)विमान घोष (आरामवाग)ः- लोकसभा केन्द्र के काफी बूथों में भाजपा अपना बूथ एजेन्ट नहीं दे पाई. अतः तृणमूल के मुकाबले यहां भाजपा की शक्ति कम है. (घोष बाबू अगर यह सही है, तो भाजपा जहां-जहां शक्तिशाली है वहां-वहां दंगा करवा रही है?)