कटाक्ष---(5-6-2019)

1)कैलाश विजयवर्गीयः- इन्होंने ममता बनर्जी को निष्ठुर प्रशासक बताते हुए कहा-इनकी पार्टी ने बंगाल के लोगों की सेवा का सुनहरा अवसर खो दिया है. सत्ता का सुख भोगने में तृणमूल इतनी व्यस्त हो गई थी कि लोगों की सेवा करना भूल गई. विधानसभा चुनाव में सफलता के बाद ही हमारी असली जीत होगी. (सर, आप भाजपाई वाले अपने पास हमेशा एक दर्णप रखा करें. सत्ता, सफलता, जीत इन सब के चक्कर में मानव हित की परिभाषा ही भूल गये है, पुरूष हो कर महिला को अपशब्द कहना, रास्ते पर पटक कर महिला को लात-घुसे मारना. ये किस जीत का स्वाद है?)
2)सौरभ सिंह (भाटपाड़ा)- इन्होंने कहा चल गया है, अर्जुन मैजिक. अतः मैं एकला चलो नहीं साथ चलो की नीति लेकर अपना दायित्व निभाऊगा.
(चेयरमैन साहब ,जिस जमीऩ पर खड़े होकर दायित्व निभाने की बात कर रहे हो वह विश्व कवि रविन्द्रनाथ ठाकुर की है. मैजिक, और जादू सोच समझ कर दिखाना.)3)मुकुल रायः- शायद कुछ भाजपाई वरिष्ठ नेताओं के फोन नं. वायरल हो रहे है उस पर प्रतिक्रिया देते हुये ये बोले- मेरा दिमाग ममता बनर्जी जैसा खराब नहीं है. मुझे तृणमूल कर्मियों से जय हिन्द, जय बंगला सुनकर अच्छा लगा मैं विरोधीओं के विचारों का सम्मान करता हूँ. (मुकुल जी, जिनकी अपनी इज्जत होती है वोही दूसरों का सम्मान करता है. जो कि भाजपाईओं में बिल्कुल नहीं है.)
 4)पीठाधीश्वर महंत बालक दास (काशी के पातालपुरी)- ममता बनर्जी को भगवान श्रीराम से एलर्जी हो गई है.
(संत जी, भाजपाई साधु-संत, गुंडा-बदमाश, नेता-कार्यकर्ता आदि सबों के मुहँ में एलर्जी हो गई है. तभी तो हमेंशा खुजाते रहते है अपशब्दों के जरिये. डाक्टर साहब ने जो, प्रेपकिप किया है. )
5)गिरीराज सिंहः- बिहार में राजनीतिक दलों द्वारा इफ्तार पार्टी के आयजन पर सवाल उठाते हुये औरनेताओं की तस्वीर पोस्ट करते हुये तंज कसा- इसीतरह अगर नवरात्री के मौके पर भी फलहेर का आयोजन किया जाये तो तस्वीर और भी खुबशुरत होती. अपने कर्म धर्म के मामले में हम पिछड़ क्यों जाते है और दिखावे में आगे रहते है.
(गिरीराज जी, अच्छा लगा पहली बार किसी भाजपाई को मुसलमानों की एक रीति अपनाने की इच्छा जो हुई और अपनी बुराई स्वीकारने की हिम्मत सबमें नहीं होती, जो आप में दिखी. )
6)सुशल मोदीः- इनका कहना है-डूबती नाव में कोई सवार नहीं होना चाहता तथा सोलर लाइट और एलीडी के आगे लालटन बेकार हो चुके है अतः एनडीए का (दूसरे नेता, मंत्री से) हिस्सा बनना चाहे तो स्वागत है.
(मोदी जी, आपकी मोदी सरकार ने तो अपने शपथ ग्रहण के बाद बिहार और नितीश कुमार जी को केन्द्र मंत्रालय से ऐसे निकाल फेका मानो दूध में से मक्खी. घास ही नहीं डाला. उपमुख्य मंत्री जी,और आप है जो एनडीए में हिस्सा बनाने का आफर दिये जा रहे है. कमाल है.)7)रामविलास पासवानः- अपने राजनीतिक ज्ञान से ये कहते है कि राजनीति कोई बच्चों का खेल नहीं है. मैं भविष्यवाणी करता हूँ कि अगले चुनाव में मायावती-अखिलेश की दुकानें बन्द हो जायेगी. और मुसलमानों को भी समझ आयेगा कि एनडीए ही उनकी हितैशी है.
(पासवान जी, क्या आप ज्योतिष विभाग का कार्य भार समभाल रहे है? जो आप भविष्यवाणी कर रहे है? रह गई मुसलमानों की बात, तो पहले, बल्कि आज और अभी से अपने भाजपाई कार्यकत्ताओं के जुवान पर लगाम लगाने का काम करें.)