कटाक्ष---(6-6-2019)

1)दिलीप घोषः- इनका कहना है भाजपा में सदस्यता अभियान के तहत 6000लोग शामिल हुए और भाजपा योगदान मेला चलेगा. भारत ही नहीं बंगलादेश की मशहुर अभिनेत्री ने भी भाजपा का दामन थामा है.
(दिलीप बाबू, भारत व भारत के पड़ोसी देश के केन्डीटों को भाजपा में एन्ट्री दिलवाने के लिये आप भाजपाई एजेन्टों को परहेड कितने कमिशन मिलते है ?क्या दोनों तरह के केन्डीटों के लिये बराबर कमिशन मिलते है? दरसल, कई बेरोजगार युवक है ,जो एजेन्ट बनना चाहते है.)
2)कैलाश विजयवर्गीयः- बाहारी, वाले बयान से ये काफी दुःखी है इसलिए कह रहे है कि यह बयान पूरी तरह से गलत है. ऐसा कह उन्होंने (ममता दीदी) हिन्दीभाषियों का अपमान किया है. पूरा हिन्दुस्तान और हिन्दुस्तान में रहने वाले लोग एक है. उन्होंने और कहा, राज्य चुनाव आयोग ममता बनर्जी व रज्य सरकार की कठपुतली है.(सर जी, गुजरात की बातें इतनी जल्दी भूल गये? गुजरात भी हिन्दुस्तान व हिन्दुस्तान में रहने वालों का ही है गुजरात सिर्फ गुजरातिओं का नहीं है. रह गई कठपुतली की बात तो आप सब भाजपावाले अपना इमान-धर्म बेचकर कुबेर के कठपुतली बन गये है सो यह सब बातें न करें)
3)शांतनु घोषः- तृणमूल का आतंक लोगों में बढ़ रहा है ऐसा इनका कहना है. ये पार्टी गणतंत्र ही हत्या कर रही है. स्वास्थय, शिक्षा हर क्षेत्र में बंगाल पिछड़ रहा है. इसलिए नरेन्द्र मोदी के आदर्शो से प्रेरित होकर हम भाजपा में योगदान कर रहे है. (घोष बाबू, कुंऐ के मेढ़क बनकर मत रहिए. कुंऐ से बाहर निकले और बंगाल के बाहर क्या-क्या हो रहा है, भाजपाई सरकारी क्षेत्रों में देखिऐ. और प्रेरणा लिजिए.)
4)कांचरापाड़ा के कुछ भाजपाई भक्तगणः- इन भक्तों का कहना है अगर ममता बनर्जी उनके क्षेत्र में आती है तो उनका स्वागत जय श्री राम से होगा
क्योंकि राम पर हिन्दुओं का अधिकार है. हम हिन्दु जय श्री राम ही बोलेगें. कईओं ने कहा नारे की आड़ में नेता फायदा उठा रहे है यह नारा सिर्फ चिड़ाने की बजह से हुई. साथ ही उनका यह भी कहना है अगर मुख्यमंत्री को जय श्री राम से आपत्ति है तो वह उनकी समस्या है.
(मोदी या भाजपा भक्तों, आप लोगों की ओछी हरकतों और चेतनाहिनता के कारण ही गुजरात से उन्होंने एक की गलती की वजह से आप बिहारिओं को वहां से निकाल दिया था. अगर आप लोगों को मुख्यमंत्री जी से भगवान श्री राम को लेकर कोई शिकायत है तो आप अपने घर( बिहार ) रूपी मंदिर जाकर अपना अधिकार जताईए और जी भर भगवान श्री राम या मोदि भक्त में लिन हो जाये. क्योंकि भगवान का नाम शान्तिपूर्वक घर या मंदिर पर ही किया जाता है).
5)वासुदेव देवनानी (जयपुर)- ये कहते है कि कांग्रेस नेताओं के नाम से कई योजनाऐं और कार्यक्रम है. लेकिन प्रतिभा खोज़ परिक्षा से पंड़ित दिनदयाल उपाध्याय के नाम को हटाकर जाना, कांग्रेस की संकीर्ण मानसिकता को. (वासुदेव सर, कांग्रेस नेताओं ने देश की आजादी और देशबासियों के लिये जो किया है पहले हमें वैसा ही कुछ करना होगा तभी हम नाम कमाने की बात करे तो ,ये हमें शोभा देगा .पहले कर्तव्य करना होगा फिर अधिकार जताना होगा.)
6)हरिश द्विवेदीः- तंज कसते हुये सपा और बसपा के लिए कहते है, गठबंधन अपने परिवार को बचाने और भ्रष्टाचार को छुपाने के लिये किया था. जनता ने इनकी जातीय राजनीति को नकार दिया है.
(हरिश जी, चलनी, सूई से कहती है तेरे पिछे एक छेद क्यों है? दरसल चलनी को अपने असंख्य छेदों का होश ही नहीं है. जैसे-आप भाजपाई वालों को.)