कटाक्ष---(10-6-2019)

1)दिलीप घोष व लाकेट चटर्जीः- जिस क्षेत्र (संदेशखाली) में तृणमूल पार्टी की जीत हुई है, बताया जाता है वहां राजनीतिक संघर्ष के दौरान भाजपा व तृणमूल पार्टी के कुल 3 लोगों की मौत हुई है. इस पर इनका कहना है पुलिस या प्रशासन यह ठीक नहीं कर सकती है कि किसका शव कहां दाह होगा. ये मृतक के परिजन ठीक करेगें. (भाजपा सर व मेडम से मेरी विनती है आप सब शवों से ज्यादा जीवित पर ध्यान दे तो शव की बात आयेगी ही नहीं. भाजपा वाले परिवार-परिजनों को हटाकर स्वयं दाह की चिंता कर रहे है, बेटे के होने के बावजूद खुद कंधे देने में लगे है. कमाल है. सहायता के लिये आप सिर्फ पीड़ित परिवार के पास रहे ताकि फिर कोई पार्टी शवों को लेकर राजनीति न कर सके)
2)मुकुल रायः- तृणमूल नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा संदेशखाली में हमारे कार्यकर्ताओं पर हमला किया गया है. केन्द्र सरकार चिंतीत है. (मुकुल जी, भाजपा संदेशखाली में हार गई है इसलिये दंगा करवाकर वहां के लोगों को परेशान कर रही है.क्योकि केन्द्र में भाजपा है और वह वर्तमान में पावरफूल है,जोश में है. अब देखिए, एक भी सीट न मिलने के बावजूद मोदी जी केरल पहूँच गये, कुछ दिन बाद वहां भी इस तरह के दंगे न शुरू हो जाये और आपलोग दोष केरल राज्य पर देने लगे)
3)लाकेट चटर्जीः- ने कहा, ममता बनर्जी ने अब बदले की राजनीति शुरू कर दी है. हमारे लोगों पर हमला किया जा रहा है क्योंकि लोगों ने भाजपा को वोट दिया है.
(मेडम जी, सब लोगों ने भाजपा को वोट दिया है अर्थात ममता बनर्जी अकेली पड़ गई तो वह किससे और कैसे हमला करवायेगी? यानिकी कर भी भाजपा ही रही है और बोल भी भाजपा ही रही है,)
4)दिलीप घोषः- पुलिस की निष्क्रियता पर आरोप लगते हुऐ संदेशखाली की राजनीतिक घटना पर बोले ममता बनर्जी को इस्तीफा दे देना चाहिये.
(सर, क्या आप और मुकुल जी बंगाल के मुख्यमंत्री के दौड़ पर हैं? हमेशा इस्तीफे की बात करते रहते है.)
5)कैलाश विजयवर्गीयः- लोकसभा में टार्गेट तय कर अब विधानसभा चुनाव में 250 सीटें हमारा टार्गेट है. जहां हम कमजोर है वहां पार्टी के संगठन का पुनरूद्धार किया जाएगा. हमें तृणमूल जैसी पार्टी नहीं बनानी अतः अब तृणमूल नेताओं, विधायकों को भाजपा में शामिल करना बंद हो गया है. केवल अच्छी छवि वाले दक्ष नेताओं को ही लिया जायेगा. तृणमूल के मुसलिम कार्यकर्ता मनिरूल इस्लाम को लेकर पार्टी में असंतोष होने के कारण उन्हें निकाल दिया गया है.
(कैलाश जी, आपकी बातों से स्पष्ट है कि भाजपा ही अपने टार्गेट के लिये दंगे करवाकर कमजोरों पर जुल्म करती या करवाती है, भाजपा ही विरोधी पार्टीओं को गिराने की जीजान कोशिश कर रही है, भाजपा ही सामप्रदायिक पार्टी है जो पूर् देश को जाति और धर्म के नाम पर लड़ा रही है. वैसे इस समय दक्ष ममता दीदी है कोशिश कर देख सकते है)
6)मोदीः- राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुये बोले, शीर्ष विपक्षी नेता अभी तक चुनाव नतीजों से उबर नहीं सकी है जो उनकी कमजोरी को प्रदर्शित करता है
(मोदी जी, आपकी बातें सुन-सुन कर कुछ लोग हैरान हो जाते है और सोचने में मजबूर हो जाते है कि आप देश के कितने अनोखे प्रधानमंत्री है. ऐसे में एक शायरी याद आ रही है-फूल से कांटे अच्छे, जो दामन थाम लेते है. दोस्त से दुश्मन अच्छे, जो जल कर नाम लेते है.)
7)विष्णु सदा शिव कोकजे (विश्व हिन्दु परिषद)- राम जन्म भूमि पर मंदिर निर्माण के मुद्दे को लेकर किसी भी दल को राजनीति नहीं करनी चाहिये. बल्कि सुझाव देने चाहिए. ऐसा कोकजे जी का कहना है.
(सर, देश के किसी भी मुद्दे पर मतलब-बेमतलब बोलने और राजनीति करने का अधिकार क्या सिर्फ भाजपा को ही है? रही सुझाव की बात, तो अपनी नाकामी को ढकने के लिये अब सुझाव की बात करते है?)
8)गिरीराज सिंहः- क्रिकेट खिलाड़ी महेन्द्र सिंह धोनी के ग्लव्स पर बलिदान चुनाव नतीजों से उबर नहीं सकी है जो उनकी कमजोरी को प्रदर्शित करता है
(मोदी जी, आपकी बातें सुन-सुन कर कुछ लोग हैरान हो जाते है और सोचने में मजबूर हो जाते है कि आप देश के कितने अनोखे प्रधानमंत्री है. ऐसे में एक शायरी याद आ रही है-फूल से कांटे अच्छे, जो दामन थाम लेते है. दोस्त से दुश्मन अच्छे, जो जल कर नाम लेते है.)
7)विष्णु सदा शिव कोकजे (विश्व हिन्दु परिषद)- राम जन्म भूमि पर मंदिर निर्माण के मुद्दे को लेकर किसी भी दल को राजनीति नहीं करनी चाहिये. बल्कि सुझाव देने चाहिए. ऐसा कोकजे जी का कहना है.
(सर, देश के किसी भी मुद्दे पर मतलब-बेमतलब बोलने और राजनीति करने का अधिकार क्या सिर्फ भाजपा को ही है? रही सुझाव की बात, तो अपनी नाकामी को ढकने के लिये अब सुझाव की बात करते है?)
8)गिरीराज सिंहः- क्रिकेट खिलाड़ी महेन्द्र सिंह धोनी के ग्लव्स पर बलिदान बैज को लेकर इन्होंने कहा, धोनी सीर्फ एक क्रिकेटर ही नहीं है, वह एक सच्चे राष्ट्रभक्त है.
(गिरीराज जी, हर क्षेत्र के अपने-अपने कुछ कायदे व नियम होते है. हमें उसके अनुसार चलना चाहिए. वैसे जिन क्रिकेटरों ने बलिदान बैज नहीं लगाया, उनके बारे में आपकी क्या राय हैं?)
9)सुशील मोदीः-लगातार अपने विपक्षों पर हमला बोलते हुये बोले, ममता दीदी के समर्थक राज्य में बिहारियों पर हमले कर रहे है. इस पर दीदी के समर्थक लालू प्रसाद तृणमूल के गुंड़ों से बात क्यों नहीं करते?
अब राहुल गांधी जी पर बोले-राहुल गांधी चुनाव के 18 दिन बाद बोले तो चुनाव मुड़में रहे. जनादेश का सम्मान नहीं किया और प्रधानमंत्री जी के भाषण को झूठ से भरा बताया.
(सुशील जी, यदि आपको बिहार की जनता के विकास की चिंता नहीं है तो 108 पीस वाली रूद्राक्ष माला लेकर मोदी-मोदी जपे फायेदे में रहेगे. विपक्ष की माला जपने से कोई लाभ न होगा उलटे बीमार पड़ जायेगे)