1)दिलीप घोषः- इनकी शिकायत है कि इस राज्य में कोई जुलूस नहीं निकाल सकता. ( दिलीप बाबू, इतना झूठ बोलते है. थक नहीं जाते? दक्षिण दिनाजपूर में 144 धारा को न मान जुलूस निकाला, दूसरे राज्य के मुख्य मंत्री, नेता, संत-साध्वी और न जाने किस-किस को मोदी जी ने अपने साथ ला लाकर बंगाल राज्य में गंदी जुवान के जरिये कई बार जुलूस निकाला, मूर्ति तोड़ी, फिर भी ऐसी बात करते है?)
2)मोदी जीः- देशवाशी व जनगण के प्रति मेरी गहरी कृतज्ञता से ही मैं केरल आया हूँ. हमें यहां एक भी सीट नहीं मिला है फिर भी मैं यहां के अच्छे व सुन्दर लोगों के साथ बंधन बाधने की कोशिश करूगा. बनारस की तरह केरल भी मुझे प्रिय है. (सर, जिस देश में लोग भूखे मरते है, जिस देश में लोग आर्थिक तंगी के कारण अपने ही प्रियजनों के लाश को कंधों में उठाकर मीलों ढोते है उस देश के प्रधानमंत्री को वजनदान शोभा नहीं देता. रही केरल की बात तो सर, पहले उनके बारे में सोचे जो आपके साथ है, जहां-जहां से आपको सीट मिली है तभी तो दूसरे देखेगें और अनायास ही आपके प्रिय हो, आपके बंधन में बधते चले जायेगे. कहकर नहीं बल्कि अपने सेवाकार्य व व्यवहार से सबों को बाधें. वैसे, बनारस से केरल राज्य शिक्षित है अतः ये जल्द ही समझ जायेगे, और हां, भगवान जीवों में वास करते है. जीवों में सर्व श्रेष्ठ मनुष्य है.)
3)राम माधवः- इनका कहना है, भारत अपना 100वां स्वतंत्र दिवस मोदी जी के नेत्रत्व में मनायेगा. क्योंकि भारत पर 2047 तक भाजपा का शासन रहेगा. हमारी सरकार कांग्रेस की रीकार्ड़ (शासन कालीन समय) तोड़ देगी.
(विरेधियों के रीकार्ड़ तोड़ने के चक्कर में लगे है राम जी. कहीं भारत की जनता को छलने व वेबकूफ बनाने का रीकार्ड़ गिनीज बुक में दर्ज तो नहीं करवाना, भाजपा सरकार को?)
4)मुकुल रायः- का कहना है, सिंगुर आन्दोलन संपूर्ण गलत था क्योंकि किसी समय मैं उस आन्दोंलन का हिस्सा था, वहां न खेती हुई न शिल्प. वहां के युवक बेरोजगार हो भटक रहे है. (मुकुल जी, आज सिंगुर आन्दोलन को कोश रहे है हो सकता है कल मोदी सरकार को कोशेगें. खैर,अब तो सिंगुर भी आपका और केन्द्र भी आपकी अतः जय श्री राम का नाम ले चारों ओर रोजगार फैला दिजिए.)
2)मोदी जीः- देशवाशी व जनगण के प्रति मेरी गहरी कृतज्ञता से ही मैं केरल आया हूँ. हमें यहां एक भी सीट नहीं मिला है फिर भी मैं यहां के अच्छे व सुन्दर लोगों के साथ बंधन बाधने की कोशिश करूगा. बनारस की तरह केरल भी मुझे प्रिय है. (सर, जिस देश में लोग भूखे मरते है, जिस देश में लोग आर्थिक तंगी के कारण अपने ही प्रियजनों के लाश को कंधों में उठाकर मीलों ढोते है उस देश के प्रधानमंत्री को वजनदान शोभा नहीं देता. रही केरल की बात तो सर, पहले उनके बारे में सोचे जो आपके साथ है, जहां-जहां से आपको सीट मिली है तभी तो दूसरे देखेगें और अनायास ही आपके प्रिय हो, आपके बंधन में बधते चले जायेगे. कहकर नहीं बल्कि अपने सेवाकार्य व व्यवहार से सबों को बाधें. वैसे, बनारस से केरल राज्य शिक्षित है अतः ये जल्द ही समझ जायेगे, और हां, भगवान जीवों में वास करते है. जीवों में सर्व श्रेष्ठ मनुष्य है.)
3)राम माधवः- इनका कहना है, भारत अपना 100वां स्वतंत्र दिवस मोदी जी के नेत्रत्व में मनायेगा. क्योंकि भारत पर 2047 तक भाजपा का शासन रहेगा. हमारी सरकार कांग्रेस की रीकार्ड़ (शासन कालीन समय) तोड़ देगी.
(विरेधियों के रीकार्ड़ तोड़ने के चक्कर में लगे है राम जी. कहीं भारत की जनता को छलने व वेबकूफ बनाने का रीकार्ड़ गिनीज बुक में दर्ज तो नहीं करवाना, भाजपा सरकार को?)
4)मुकुल रायः- का कहना है, सिंगुर आन्दोलन संपूर्ण गलत था क्योंकि किसी समय मैं उस आन्दोंलन का हिस्सा था, वहां न खेती हुई न शिल्प. वहां के युवक बेरोजगार हो भटक रहे है. (मुकुल जी, आज सिंगुर आन्दोलन को कोश रहे है हो सकता है कल मोदी सरकार को कोशेगें. खैर,अब तो सिंगुर भी आपका और केन्द्र भी आपकी अतः जय श्री राम का नाम ले चारों ओर रोजगार फैला दिजिए.)