मिसाल-------

श्रीनगर निवासी गैरोला परिवार का बेटा भारतिय सेना की इंजीनियरिंग कोर में नियुक्त हुए। वर्तमान में भारत-चीन सीमा में तैनात है।
सेना में भर्ती होने के पश्चात अपनी ट्रेनिंग पूरी की और उन्हें अपनी पहली सैलेरी मिली। 50 हजार...।
बेटे ने अपनी पहली पूरी सैलेरी मां को भेज दी।
मां ने एक मिसाल कायम की, बेटे की पहली 50 हजार पूरी सैलेरी मुख्यमंत्री राहत कोष में दे दी। कोरोना जरूरतमंदों के लिए।
उस परिवार के लिये यह मिसाल अमिट छाप है। शायद, इसे इतिहास रचना
कहते हैं।
ऐसे मां और बेटे को हजारों सलाम.........।