पर्ची--------

केरल सरकार की पूरी कोशिश है कि उनके राज्य के लोगों को किसी भी तरह की परेशानी न हो । लॉकडाउन के दौरान। चाहे वे किसी भी वर्ग के हो। आज के इस भयंकर समय में जब कोरोना का मौत सर पर मंडरा रहा
है तब दूसरी तरफ किसी और कारण वश लोगों की मौत सरकार को स्विकार नहीं हैं। अतः इस ओर विशेष ध्यान हैं।
लॉकडाउन की बजह से समस्त शराब की दुकानें बन्द हैं। जो लोग नशे के आदि है वे छटपटा रहे है। उन्हें शराब न मिलने से वे मानसिक समस्या से जुझ रहे हैं। कई तो आत्महत्या भी कर रहे हैं।
आत्महत्या को रोकने के लिये अर्थात् शराबियों की जान बचाने के लिये सरकार को ऐसी घड़ी में एक अहम फैसला लेना पड़ा।
शराब पास यानि शराब की पर्ची।.........हैरानी होती है और हंसी भी आती है,ऐसे लोगों पर। लानत है ऐसी जिंदगियों पर।
जिदंगी कितनी खुबसुरत है। इसे यों ही न गवाना पड़े इसलिये डाक्टर अपनी जान जोखिम में डाल कर लोगों के इलाज में (कोरोना के) लगे है वही दूसरी ओर सरकार के फैसले के अनुसार डाक्टरों को शराब पर्ची भी विशेष लोगों के लिये बनाना पड़ रहा हैं।
मौत सत्य घटना है फिर भी यह सहा नहीं जाता। शायद इसीलिए पर्चा........