निशाने पर------

दोस्तों 🙏

                             

 According to News इस लेख में हम जानेंगे, कौन.... किसके... राजनीतिक निशाने पर हैं। पर लेख के शुरू में ही बताना चाहेंगे इसकी प्रक्रिया आप हमारे Comment Box पर भेज सकते हैं।

साथियों, राजनीति में रुचि लेने वाले हम सभी जानते हैं कि करीब-करीब हर क्षेत्र में राजनीति प्रवेश कर चुका है। पहले जो विषय व्यक्तिगत या सामाजिक होते थे उन में भी राजनेतिक हस्तक्षेप होने लगें हैं। और ये बड़े पैमाने में हो रहे हैं। प्यार, खाने-पीने, पहनने, बोलने, आने-जाने, ऊपर वाले को याद करने, पढ़ाई, मौत आदि और भी कई जगहों पर ये (राजनीति) नज़र आते हैं।

पर इनके पीछे का कारण क्या है.....? इसे जो जानते या इसके बारे में जो अंदाजा लगा सकते हैं, वो ठीक है। पर जो नहीं जानते हैं वे सभी जानने में उत्सुक जरुर होंगे। तो चलिए जानते हैं.....।

खबरों के अनुसार पता चलता है, बात सत्ता की है, कुर्सी की है.....। इसलिए राजनेतिक दल पूरे देश भर में हर मामले को घेर लेते हैं।

 पिछले कुछ सालों से दिखाई दे रहा है इनके निशाने पर "नारी जाति" आ गई है। उन्हें भी बस्का नहीं जा रहा हैं। हालांकि हर दल वाले इनमें शामिल नहीं है परन्तु क्षमतावान दल या उनके श्रेय से देश में आजकल ऐसा हो रहा हैं। 

देश के कुछ राजनीतिक दल ऐसे हैं जो अपने फायदे के लिए महिलाओं को निशाने में ले रहे हैं।

          कुछ सालों से देश के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं को लक्ष्य बनाया जा रहा हैं.... उनके मान-मर्यादा, इज्जत, नीजि जिंदगियों को टारगेट बनाया जा रहा हैं। उनके उद्देश्य में अमर्यादित भाषाओं का प्रयोग हो रहा हैं। चाहे वो आम हो या खास महिला हो......।

दोस्तों, उदाहरण के तौर पर हम बिल्किस बानो, हाथरस कांड, महिला खिलाडियों, मणिपुर आदि घटनाओं को ले सकते हैं। इसके अलावा ओर भी अनेक ऐसी घटनाएं हैं जिनमें महिलाएं राजनीतिक निशाने पर हैं।

हमारा देश महिलाओं के आरक्षण की बात करता है, शक्ति देवी की आराधना करता है, बुराई के प्रतिक रावण का दहन करता है तो वहीं दूसरी ओर उसे (नारी ) निशाने पर लेता हैं। उसे अपने सफलता की कुंजी बनाता है, उसे हथियार बनाया जाता है।

साथियों, पिछले कुछ दिनों से मिडिया के माध्यम देश के एक महानगर के स्थानीय दल की "महिला सांसद" को राजनीतिक तौर पर परेशान करने की बात सामने आ रही है। शायद आप में से अनेकों ने सुना भी होगा। 

वो राजनीतिक निशाने की शिकार है। उन पर आरोप है कि वो देश की राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ कर रही है, भ्रष्टाचार कर रही है।इस प्रकार के इल्ज़ाम लगाकर उन्हें चूप कराने की साज़िश चल रही है। उन्हें संसद से हटाने की कोशिश की जा रही है। सूत्रों के जानकारी से निकलकर ऐसी बात सामने आ रही है।

         असल में संसद में उनका तेजतर्रार तरीके से बोलना विशेष दल को पसंद नहीं आ रहा था। क्योंकि महिला सांसद के बोलने पर वो दल आहत हो रहा था। देशवासियों के आगे कई बातों का खुलासा हो रहा था। यही कारण है कि उन्हें शांत करने के लिए दो बड़े व्यापारी के बीच लाकर खड़ा कर दिया गया है। और उन पर तरह-तरह के आरोप लगाये जा रहे हैं।

         देश के दो टॉप व्यापारियों के बीच इन महिला सांसद को क्यों घसीटा जा रहा है इस बारे में मीडिया ने प्रकाश डाला हैं। 

दरअसल समान पेशेवर वालों के बीच कंपीटिशन रहता है। हमेशा से यह चलता आया है । खासकर व्यापारियों के बीच तो कंपिटीशन रहता है। चाहे वो छोटा हो या बड़ा व्यापारी......।

जानकारी के अनुसार एक व्यापारी दूसरे व्यापारी को Beat (वार) करने के लिए महिला सांसद को पैसों की बदौलत Use कर रहे थे। अच्छी-खासी रकम के बदले वो दूसरे व्यापारी को उनके कहे अनुसार संसद छत्र में घेर रही थी।

       मामला हाई प्रोफाइल बताया जा रहा है। इस कारण इसमें कई पेंचिदे मामले जुड़ गए हैं। जिस वजह से भारत सरकार के सदस्य, महिला सांसद, दोनों व्यापारी, कमेटी, कानून, संविधान और भी कई लिंक इस मामले से जुड़ गए हैं।

महिला सांसद पर राष्ट्रीय सुरक्षा और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया जा रहा हैं। व्यापारी से gift और पैसे (रिश्वत) लेना का आरोप लगाया जा रहा हैं। उनकी छवि खराब की जा रही है। 

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उनकी सदस्यता जा सकती है, उन्हें जेल भी हो सकता है। इन सबों के पिछे दूसरा और भी कारण बताया जा रहा है- वो है 2024 का चुनाव ......।

एक ओर दो व्यापारी तथा दूसरी ओर राजनीति......।


        दोस्तों, अब महिला सांसद के परिचय से परिचित होते हैं। तब कहीं सांसद का हम कुछ अनुमान लगा सकेंगे कि सही में पैसों के लिए उन्होंने अपनी छवि खराब की है? या वो राजनीति निशाने पर है......।

परिचय:- बंगाल के ब्रह्मण परिवार में जन्मे महिला सांसद अपने परिवार के साथ पन्द्रह वर्ष की उम्र में अमेरिकी जाकर बस गई थी। आगे की पढ़ाई वहीं पूरी कर वहीं बैंकर की नौकरी की। बताया जाता है भारतीय रुपयों के अनुसार उनकी salary एक करोड़ के लगभग थी। उन्होंने वहीं शादी भी की पर शादी टीक नहीं पाई अतः वर्तमान में वो तलाकशुदा महिला है।  

करीब पचास वर्षीय महिला सांसद कुछ साल पहले करोड़ों की नौकरी छोड़ अपने वतन लौट आई। यहां आकर श्री राहुल गांधी जी के कहने पर वो राजनीति से जुड़ी और उन्होंने कांग्रेस पार्टी Join किया। लेकिन बाद में वो अपने राज्य के क्षेत्रीय पार्टी से जुड़ी। उच्च स्तरीय पढ़ाई और अपनी योग्यता के जरिए बहुत कम समय में वो सांसद बनी। उन्हें Elite (संभ्रांत) Lady कहा जा सकता है। वो हर मामले में उच्च स्तरीय नजर आतीं है.....।

दोस्तों, यह है उनका संक्षिप्त परिचय। **अब हमें सोचना चाहिए करोड़ों की नौकरी छोड़ने वाला व्यक्ति चंद रुपयों के खातिर ऐसे कदम उठा सकता है? एक उच्च पढ़ी-लिखी महिला दिमाग से काम नहीं लेंगी?              

                 शिक्षित व्यक्ति की अपनी इज्जत पहले होती है बाद में सब कुछ.....। यही कारण हैं कि पढ़े-लिखे युवा को जॉब (Job) सेटिसफेक्शन की ज़रूरत पड़ती हैं। वह जल्दी से कोई वैसा काम नहीं कर सकता। ऐसे-वैसे काम से वह कतराता है।  

         ** महिला सांसद छोटी उम्र (15साल) में विदेश चली गई और वहीं उसी माहौल में पली-बढ़ी, पर महिला अपने देश में आमतौर पर साड़ी जैसे परिधान में ही दिखाई देती है। क्यों....? 

कारण- मेरा तो मानना है शिक्षा का मोल (मूल्य) होता है तभी तो करीब हर शिक्षक व्यक्ति अपनी मर्यादा की सीमा में बंधे होते हैं। उनका व्यक्तित्व इस बात को बयां करता है।

खबरों के अनुसार इन सांसद महिला के व्यक्तिगत जीवन को बढ़ा चढ़ा कर मिडिया में उजागर किया जा रहा है। किचड़ फेंके जा रहे हैं। बात है, सिर्फ चूप करवाने की.......।

देश में इतनी अराजकता फैल गई है कि कहीं महिलाओं को नि: वस्त्र कर नग्न किया जा रहा है तो कहीं अशोभनीय बातों के जरिए नग्न किया जा रहा है। राजनीति इस स्तर तक पहुंच गई है कि किसी भी वर्ग की महिला को अपने चपेट में ले रही हैं। महिला चाहे बच्ची हो या बड़ी, कुमारी हो या विवाहित, तलाकशुदा हो या विधवा, आम हो या खास, गांव की हो या शहर की, अनपढ़ हो या पढ़ी-लिखी चौतरफा महिलाओं को टारगेट किया जा रहा हैं। 

महिलाओं को सिर्फ घरेलू हिंसा का शिकार ही नहीं बनाया जा रहा हैं बल्कि पढ़-लिख कर जब वो बाहरी

दुनिया में कदम रख रही हैं तब भी उसे निशाना बनाया जा रहा है।

इन दिनों राजनीति टारगेट कई महिलाएं हो रही हैं। इन महिला सांसद की सही असलियत देशवासियों के सामने आना बहुत जरूरी है। कहीं न कहीं यह महिलाओं के मान का सवाल है।

  (प्रश्न:- ?)

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