वसूली-----

    🙏 दोस्तों,

                                

According to report आज के लेख में हम आपको उच्च स्तरीय वसूली की जानकारी देंगे। इससे पहले आपको बता दें कि लेख के अंत में एक दिये गये सवाल का जवाब हमारे Comment Box पर जरूर लिख भेजिएगा.....।

            खैर, दोस्तों वसूली या रंगदारी जो भी कह सकते हैं। इस बारे में चर्चा करते है। सूत्रों से जानकारी मिली है वसूली का कनेक्शन बदनामी से जुड़ा हुआ है। विशेष किसी धर्म के लोगों को बदनाम करने की यह साज़िश बताईं जा रही हैं। 

बदनाम करने का यह सिलसिला पिछले कुछ सालों से चलता आ रहा हैं। जिस वजह से काफी जान-माल का नुक़सान भी हुआ हैं। परंतु अब तब देश में "विशेष धर्म" के खिलाफ  लगातार अलग-अलग तरीके से साजिशें हो रही हैं। जिसमें  वसूली भी साजिश का एक हिस्सा बताया जा रहा है। तो आगे बढ़ते है और साज़िश की चर्चा करते है.....।

यह बात 27 अक्टूबर (2023) से 1 नवम्बर (2023) के बीच की घटना हैं। घटना देश के सबसे अमीर (वर्तमान में) व्यक्ति से संवंधित है। जो Z केटेगरी की सुरक्षा में है और उनके परिवार के सदस्यों भी सुरक्षा के घेरे में रहते हैं। बावजूद उसके उन्हें हत्या की धमकी आती है।

दरअसल इस साल 27अक्टूबर को उनके इ-मेल पर किसी अंजान शख्स ने वसूली की बात कही और उसे पूरा न करने पर हत्या करने की धमकी दी। साथ ही परिवार वालों को भी मारने की बात कही गई। इसके दूसरे दिन दूसरा इ-मेल फिर से उनके चेयरमैन को भेजा जाता है। 

पहली इ-मेल में वसूली की मांग के तौर पर 20करोड़ की बात कही जाती है वहीं दूसरे इ-मेल में यह रकम दस प्रतिशत बढ़ाकर 200करोड़ की बतलाई जाती है। इस तरह से लगातार 27 अक्टूबर से 1 नवम्बर तक रोज चार-पांच ई-मेल भेजकर वसूली, धमकी और हत्या की बात कही जाती हैं। तथा इस दौरान वसूली की रकम 20करोड़ से बढ़ाकर 400 करोड़ कर दी जाती है। 

देश के सबसे अमीर व्यक्ति को वसूली और मोटी धनराशि न देने पर मार डालने की धमकी भरे इ-मेल ने पूरे देश को अचंभित कर दिया। हालांकि खबरों के अनुसार जानकारी मिली हैं इससे पहले भी उन्हें हत्या करने की धमकी मिल चुकी हैं। लेकिन इस बार लगातार चार-पांच दिनों तक बढ़ा-बढ़ा कर धनराशि की इ-मेल भेजना, चौंकाने वाली बात है पूरे देश वासियों और पुलिस विभाग के लिए। इतनी हलचल की बात खासकर इसलिए भी है कि पता चला है इ-मेल में जो नाम आ रहा था वह किसी विशेष धर्म के शख्स का नाम था। इसलिए वसूली के साथ-साथ इ-मेल भेजने वाले व्यक्ति के नाम की भी चर्चा थी।

मिडिया ने भी नाम के साथ वसूली व धमकी की घटना को अपने तरीके से बताया।

खबरों के अनुसार इ-मेल भेजने वाले अंजान व्यक्ति के विरुद्ध शिकायत दर्ज करवाई गई। जिससे पुलिस ने जांच शुरू की और जांच में पुलिस ने पाया सभी यानी चार-पांच इ-मेल एक ही इ-मेल आईडी से भेजें गये हैं। उसका पता चल गया है। 

महाराष्ट्र की पुलिस ने उस अंजान शख्स को तेलंगाना से गिरफ्तार कर लिया है और उसे 8 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। 

दोस्तों, मजे की बात है देश के सबसे अमीर व्यक्ति को इ-मेल भेजकर 400 करोड मांगने वाले शख्स का नाम जो कि विशेष धर्म के नाम का बतलाया जा रहा था असल में वो हिन्दू धर्म का निकला। यानी कि उसका हिन्दू नाम है। वह अभियुक्त हिन्दू है।

जिस नाम से इ-मेल भेजा जा रहा था वहां कुछ और नाम था। अर्थात अभियुक्त का नाम वहां विशेष धर्म से जूड़ा था। लेकिन उसका असली नाम हिन्दू था।

       हिन्दू नाम सामने आने पर मिडिया से यह खबर समाप्त सी हो गई। पुलिस का भी कहना है- यह शरारत है कोई साजिश नहीं....। अगर अभियुक्त का हिन्दू नाम न होकर ई-मेल नाम ही होता तो क्या उसे साजिश मान लिया जाता?

कहा जा रहा है उस अभियुक्त ने अपना नाम बदलकर दूसरा ई-मेल नाम रखा है। लेकिन सूत्रों के अनुसार अपने ही धर्म हिन्दू से रिलेटेड नाम न रख विशेष धर्म का नाम क्यों रखा? कहीं ये विशेष धर्म के प्रति साजिश तो नहीं? 

धर्म की आड़ में शोषण ठीक नहीं......।

जो भी हो मामला बहुत गंभीर है। ई-मेल वसूली के चलते इसके चपेट में कई मामले जुड़े नजर आ रहें हैं। जो चौंकाने व डराने वाले हैं।


(प्रश्न:- क्या देश के सबसे अमीर व्यक्ति को धमकी देने वाले का नाम बता सकते है?)

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