एक सुर----

🙏 दोस्तों,

               31 मार्च 2024 यानी कल रविवार दिल्ली के रामलीला मैदान में हुए "एक सुर" मंच को पूरे देशवासियों में साझा किया गया। 

दिल्ली का रामलीला मैदान "एतिहासिक स्थल" है। यही पर देश की विपक्ष गठबंधन "इंडिया" की ओर से एतिहासिक मंच प्रस्तुत किया गया।

साथियों, विपक्ष के इस महागठबंधन रैली से अब यह स्पष्ट हो गया है कि हमारा 'शक' गलत था अर्थात हम जैसे अनेकों ने अनुमान लगा लिया था "इंडिया गठबंधन" बिखर सा गया है। देश की सबसे बड़ी व पूरानी पार्टी का साथ छोड़ अन्य पार्टियां अलग-थलग 

सी हो गई है। मगर रामलीला मैदान के रविवारिय

"एक सुर" मंच ने साबित कर दिया है, शायद हमारी सोच कहीं न कहीं ग़लत हैं।

खैर, रामलीला मैदान में इंडिया गठबंधन की इस महारैली से उभरकर कुछ मैसेज हमारे सामने आऐं हैं। हम उन्हीं को साझा करने की कोशिश करते हैं।

मूलतः हमने तीन मैसेज पाए हैं... (1)विपक्षी पार्टी नेताओं की अपनी राय, (2)उनके बताए गए सत्ता दल के कार्य और (3) उनके द्वारा देश की जनता से अपील का मैसेज...।

1) *विपक्षी पार्टियों ने एक जुट हो देशवासियों को आपना दायित्व बतलाते हुए कहा- विपक्ष का कर्तव्य बनता है आपको सचेत करना कि अगर आप अपने संवैधानिक अधिकारों के हक को खत्म नहीं करना चाहते, देश के लोकतंत्र को समाप्त नहीं करना चाहते हैं तो सोच समझ कर अपना प्रतिनिधि चुने। अपने वोटों का सही इस्तेमाल करें।

*दूसरी बात, करीब हर नेताओं ने इस मंच के जरिए चुनाव आयोग से भी आग्रह किया है- देश के चुनाव में चुनाव आयोग की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उसे निभाने की ओर ध्यान देना चाहिए। क्योंकि चुनाव घोषित होने के बाद भी विपक्ष के अकाउंट फ्रीज किया जा रहा है, कुछ संस्थाओं द्वारा प्रभाव (डर) डाला जा रहा हैं, नेता-मत्रियों को जेल भेजा जा रहा हैं। ऐसे में चुनाव आयोग को निर्पक्ष हो सभी पार्टियों को एक समान देखा जाना चाहिए। और ठोस कदम उठाने चाहिए। तभी देश का चुनाव सही मायने में सफ़ल होंगे।

2) *सत्ता पक्ष के कार्यों को ग़लत बताते हुए कहा गया- देश के भीतर संघीय ढांचे का हिसाब लगाया जा रहा है। चुनाव आयोग, न्याय पालिका जैसे कई और पाकेटों को अपने पक्ष में करने की कोशिश के साथ उन्हें समझाया जा रहा है- हम देश की जनता द्वारा चुने गए हैं। अतः हम देश का सोचेंगे और आप हमारा सोचेंगे। ऐसा कर लोकतंत्र को खत्म कर इकोनोमिक को अपने हाथों में ले, देश में तानाशाह जैसी परिस्थिति बनाने की कोशिश की जा रही है।

अगर उनका (सत्ता) नारा, उनका विश्वास 400 पार का है। जैसा सत्ता दल जीक्र कर रहे है तो देश में इस तरह का माहौल (अराजकता) क्यों पैदा किया जा रहा हैं? किस बात की चिंता सता रही है?

3)*जनताओं से विपक्षि गठबंधन पार्टी के करीब सभी नेताओं के माध्यम उन्हें सचेत किया गया कि सामने चुनाव है। देश की वर्तमान परिस्थिति को समझें फिर निर्णय लें। देशवासियों, शायद इस बार सत्ता पक्ष को अंदेशा है कि चुनाव निर्णय उनके विपरीत दिशा जाएगी इसलिए वे कई गलत रास्ते अपना रहे हैं।

*पैसों से सरकार गिराया जा रहा हैं।

चुनाव आयोग की नियुक्ति सत्ता खुद कर रही है।

न्याय पालिका को डराया जा रहा है।

संविधान के नियम-कानून बदले जा रहें हैं।

संपत्ति और नागरिकों का हक छिना जा सकता हैं।

झूठे इल्जाम लगाकर चुने मुख्यमंत्रियों को ग़लत तरीके से जेल में डाल दिया जा रहा है।

उच्च संस्थाओं का ग़लत प्रयोग किया जा रहा है।

विपक्ष दल के नेताओं का उदाहरण स्वरूप यह भी कहना है- 2024 का चुनाव "मैच फिक्सिंग" का रुप ले रहा है।

देश में एक व्यक्ति, एक पार्टी प्रथा चलाने की कोशिश की जा रही है। 

अगर देश की जनता इस बात को नहीं समझेगी तो देश के संविधान को ये लोग पूरी तरह से बदल देंगे। लोगों के संविधानिक अधिकारियों को छिन लेंगे। 

देश वासियों से अपील है तानाशाह को खत्म करने के लिए एकजुट होना जरूरी है। वैसे इस महारैली में उपस्थित लोगों के जमावड़े को तो देख लग रहा है सब एक जुट हैं। फिर भी इसके लिए देशवासियों को सोचना होगा और अगर वे अपने वोट का इस्तेमाल ठीक से नहीं करेंगे और फिर से सत्ता पक्ष आई तो समझो- पूरे देश में आग लगने जा रही है। 

अतः लोगो को सावधान होने की आवश्यकता है।

रामलीला मैदान महागठबंधन मंच पर उपस्थित सभी दिग्गज नेताओं द्वारा जनता को मजबूत होने को कहा गया। कहा गया- डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि ये देश आपका है, आप सबों का है,  इसके मालिक आप है।

खबरों के अनुसार एक सुर महागठबंधन रैली में लोगों का उत्साह देखने लायक था। कहा जाता है देश की राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री जिन्हें कुछ दिनों से जेल में बंद कर रखा है उनकी पत्नी इस मंच पर उपस्थित थीं। इसके अलावा झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री जिन्हें भी गिरफ्तार किया गया है उसकी पत्नी भी मंच पर उपस्थित थीं। 

सबों का एक साथ जनता से कहना है-संविधान बचाए... देश बचाएं... लोकतंत्र बचाए... अपने अधिकार बचाएं...।

31-3-2024 के रामलीला मैदान से उठकर यही आवाज आई है-


           मिले सुर मेरा, तुम्हारा...।

                        तो सुर बने हमारा...।


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