कटाक्ष---(24-5-2019)

अमित शाहः- चुनावी नतीजों के बाद भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुये कई बार बंगाल का नाम लिया--बंगाल के अंदर,बंगाल के अंदर कुछ इस तरह शुरू किया. 17 राज्यों में कांग्रेस को मिला बिग जीरों.  बंगाल के अंदर इतने जुल्म और अत्याचार के बाद भी 18 सीटें भाजपा ने जीती.
कैलाश विजयवर्गीयः- इस रूझानों से बंगाल की जनता का तृणमूल विरोधी मूड का पता चलता है. बंगाल में भारी हिंसा और आतंक के बीच लोगों ने मोदी और अमित शाह की नेतृतव वाली भाजपा पर भरोसा जताया. बंगाल में तृणमूल के अब गिने-चूने दिन ही रह गये हैं.
विपलव रायः- यह निर्णय जनता ने लिया है. हमने प्रचार जरूर किया था कि अपना वोट दे और हिन्दुत्व के मुददे को ध्यान में रखें, उसी को वोट दें.
मोदीः- चुनावों के बीच क्या हुआ, वो बात बीत चुका है.
दिलीप घोषः- एक उच्च महत्वाकांक्षी महिला देश की प्रधानमंत्री बनना चाहती है जब कि वैसी शक्ती नहीं है. विरोधीयों का गठबंधन देखकर लोग हंस रहे थे और ममता बनर्जी भी दौङ रही थी. लेकिन अब थक गई है और अब देखना है कि दल बचता है,या सरकार. पूरे राज्य में ङेढ सौ से ज्यादा विधायक हार जायेगें.
जेटलीः- अद्भूत जीत बताया और कहा,लोगों ने रजवाङों, परिवारों,और जातीवादों दलों को खारिज कर दिया.
शिवराज चौहानः- मोदी ईश्वरीय शक्ति से भरे है. ये मोदी की लहर नहीं सुनामी है. उन्होंने आरोप लगाया कांग्रेस सरकार ने पिछले 5 महिने में सिर्फ लोगलुभावन वादे किये लेकिन असलियत में सभी जनहित की योजनाऐं बंद कर दी. उन्होंने राहूल गाॅधी पर भी हमला बोलतें हुये कहा, वे जिम्मेंदारी स्वीकार करें. वे प्रधान् मंत्री के खिलाप अभद्र नारे लगवाते थें, जनता ने उसी हमले का जवाब दिया हैं.
राकेश सिंहः- राज्य में कांग्रेस के दिग्गज नेता चुनाव हार गये हैं. इस स्थिती में राज्य को 5 माह पुरानी कमलनाथ सरकार को सत्ता में बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है. और मुख्यमंत्री को अपने पद से त्याग पत्र दे देना चाहिऐ.
सुशील मोदीः- अपनी हार को देखकर लालू प्रसाद ने सोशल मिडिया पर चहकना बंद कर दिया हैं.
योगी आदित्यनाथः- सतर्क मतदाताओं ने विपक्षी दलों के महागठबंधन को खारिज कर दिया है. जातिवाद और परिवारवाद की राजनीति के दिन समाप्त. 2019 के इस जनादेश ने यह सावित कर दिया है कि नकारात्मक, वंशवादी और परिवारवाद की राजनीति के लिये अब राजनीति में कोई जगह नहीं है.
-------    ---------      --------