नव रंग--------

नया साल 2021की ढेरों शुभकामनाओं के साथ आज मैं फिर से अपने सफ़र के दौरान बिताए हुए लम्हों को शेयर करना चाहूंगी।

कोई इसे सिरीयसली ले सकते हैं कोई मजाकिया तौर पर..... लेकिन मुझे काफी रोमांचित करने वाला लगा था इसलिए "लकी नंबर" के बाद यह लेख शेयर कर रही हूं।

लम्बे ट्रेन सफल के दौरान जाने-अंजाने,  अपने-पराए लोगों को समझने व पहचानने के कुछ सरल उपाय सिखे थे। उनमें से एक उपाय आप लोगों से शेयर कर चूकी हूं। अब बाकी उपाय के साथ बैठी हूं। मेरे शेयर किये इस दूसरे उपाय को आजमाकर देखिएगा। मज़ा आएगा। 

वैसे मानना व न मानना सम्पूर्ण व्यक्तिगत बात हैं। पर हर तरफ से मजा का लुत्फ, सीमा में रहकर, सालिनता के साथ हम उठा ही सकते हैं। मेरा मानना है इसमें कोई बुराई नहीं। बाकी, सबों के अपने-अपने विचार हो सकते हैं। 

खैर, चलिए भाग-दौड़ की जिंदगी से थोड़ा समय निकाल कर इस तरह के विषयों के माध्यम से आनंद उठाते हैं। 
अपने और अपनों को पहचानने के एक और सरल उपाय जानते है। इससे पहले हमने नाम से लोगों को पहचानने की एक छोटी सी कोशिश की थी। और आज रंगों के माध्यम से हमारे आस-पास के लोगों को जानने की कोशिश करेंगे।

पहचान वाले व्यक्तियों के "पसंदीदा रंग" के जरिए, बड़े सरल तरीके से उनके भाव के बारे में जान सकते हैं। 
मैं आप सबों को नौ रंगों (नव रंग)के बारे में बताऊंगी।

जिनके (व्यक्ति) बारे में जानकारी लेनी है, पहले जानना है उन्हें कौन सा रंग पसंद है अर्थात उनका पसंदीदा रंग कौन सा है....? अब रंगों के लिस्ट के मुताबिक उनके बारे में जानकारी लेंगे....। 
जैसे- सफेद, काला, लाल, नीला, हरा, गुलाबी, नारंगी, बैंगनी और पीला रंग........।

सबसे पहले जानते है- (1)सफेद रंग- इस रंग को पसंद करने वाले व्यक्ति शांत, नम्र, सभ्य और बुद्धिमान होते हैं। इनमें  समझाने की कला होती है। किसी विषय को बड़ी सरलता से समझा देते हैं। दूसरों को खुश रखने के चक्कर में खुद हमेशा दुखी रह जाते हैं। ऐसे लोग अनेकों बार इश्क में पड़ जाते हैं परन्तु सफल नहीं होते। इनकी शराफ़त इन्हें ले डूबती हैं।

(2)काला रंग- इस रंग को पसंद करने वाले व्यक्ति दिर्घायु (लम्बी उम्र) होते हैं। लेकिन जीवन का अधिकांश समय दुःखो के साथ गुजारना पड़ता हैं। ये लोग ईश्वर पर विश्वास और भरोसा बनाए रखने वाले होते हैं। ऐसे लोग सत्य प्रकृति के होते हैं। काले रंग को पसंद करने वाले व्यक्ति सबों को साथ ले संगठित तरीके से चलने की क्षमता रखते हैं। 

(3)लाल रंग- इस रंग के प्रेमी उत्साह, जोश और खुशी से भरे रहते हैं। ये सत्य के पुजारी होते हैं। इन्हें जीवन में यश की प्राप्ति होती हैं। इस रंग को पसंद करने वाले व्यक्ति अपने मन के दुःख और व्यथा को छुपाये रखते हैं। किसी को भनक लगने नहीं देते। 
       
(4)नीला रंग- इस रंग को पसंद करने वाले लोग हमेशा अपने जीवन में लांछित होते हैं। ये लोग खुशी में बहुत खुश होते हैं और दुःख में बिल्कुल टूट जाते हैं। इनमें सबों के साथ रहने की मानसिकता तो होती है परन्तु एक साथ रह नहीं पाते। ऐसे लोग गुस्सेल प्रकृति के होते हैं साथ ही इनके मन में थोड़ी बहुत इर्ष्या भी होती हैं।

(5)हरा रंग- इस रंग को ताज़े का प्रतीक माना जाता हैं। अतः हरे रंग को पसंद करने वाले हमेशा तरोताजा मानसिकता वाले होते हैं। इनकी सोच उच्च स्तरीय होती हैं। ये लोग बुद्धिमान और शांत प्रकृति के होते हैं। ऐसे लोग अगर व्यापार में कदम रखे, तो इनका व्यापार फलता-फूलता हैं।

(6)गुलाबी रंग- इस रंग को पसंद करने वाले व्यक्तियों का मन, एक शिशु मन की तरह होता हैै। ऐसे लोग सरल, भोले वह साफ दिल वाले होते हैं। ये लोग प्रेमी प्रकृति के होते हैं। सबों का दिल जल्द मोह लेते हैं इससे, कई बार लोग इसका ग़लत फायदा उठाते हैं।  

(7)नारंगी रंग- जिन्हें नारंगी रंग पसंद होता हैं वे लोग अच्छे घर-गृहस्थी वाले होते हैं। जिन्दगी की खुशियों को सबों के साथ हर्सो-उल्लास के साथ बांटते हैं परन्तु जीवन के दुःखो में किसी को भी शामिल नहीं करते। 

(8) बैंगनी रंग- इस रंग को पसंद करने वाले, अपना जीवन हिसाब से व्यतीत करते हैं। समय और पैसे नष्ट नहीं करते। सोच समझ कर जीवन की राह पर चलते हैं। विचारों का मेल न होने से अत्यधिक गुस्सा हो जाते हैं। ऐसे लोग जैसा बोलते हैं, वैसा ही करने की कोशिश करते हैं।

(9) पीला रंग- इस रंग के प्रेमी धार्मिक और त्यागी होते हैं। मातृभक्ति की भावना इनमें कूट-कूट कर भरी रहती हैं। ये लोग थोड़े में संतोष और खुश रहते हैं। ऐसे व्यक्ति अपने जीवन में बहुत उन्नति करते हैं। सुख-शांति के लिए हर त्याग को प्रस्तुत रहते हैं।

दोस्तों, नाम और रंगों के माध्यम से लोगों के भावों को सरल तरीके से पहचानने की एक कोशिश मात्र हैं। 

मुसाफिर की बातों पर मुझे इंटरेस्ट यूं लगा कि, हमारे जीवन में नाम और रंगों की विशेष भूमिका हैं। जन्म के बाद नामकरण की एक प्रथा होती है। हर जाति, धर्म, समुदाय व समाज में....चाहे तरिका और नियम अलग-अलग क्यों न हो, पर नामकरण की प्रथा होती हैं।
दूसरी ओर रंग का महत्व भी हमारे जीवन में हैं।  कुछ हद तक यह मनोवैज्ञानिक तथा थैरेपी जैसे आदि बातों से जुड़ा हैं। यही कारण था कि नाम और रंग की बात जब मेरे सामने आई तो, मैं अपनी उत्सुकता को नजरंदाज नहीं कर पाई। इनसे मुझे जो जानकारी मिली मेरे लिए मजेदार था, रोमांचित था। और इसीलिए यह सब आप लोगों के साथ शेयर करने का मन किया ।

वैसे जब तक आप किसी के साथ एक छत के नीचे नहीं रहेंगे तब तक उसे पहचान नहीं पायेंगे....... ऐसे में भी कई लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं।

खैर, नये साल की शुरूआत रंगीन रंगों के साथ करें....... ईश्वर से मेरी प्रार्थना रहेगी, यह साल हम सबों का रंगीन बीते..... खुशी और मौज से बीते...।
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