गर्मी और पेय पदार्थ-------

जैसा की हम जानते हैं "जल ही जीवन" है। 
अतः मानव जीवन को जल की बहुत आवश्यकता होती हैं। हमारे शरीर को बारहों महीने, तीसों दिन पानी की जरूरत है। यही ज़रूरत गर्मी के मौसम में  कई गुना बढ़ जाती हैं।


साधारणतः डॉक्टर्स और न्यूट्रीशनिस्ट कहते हैं- इतने गिलास और उतने लीटर पानी पीना चाहिए। हममें से कुछ लोग इसे फॉलो कर पाते हैं और कुछ नहीं कर पाते। परंतु गर्मी का मौसम ऐसा मौसम है जब हमारी मर्जी नहीं चलती। शरीर पानी मांगता है। उसी हिसाब से हमें चलना पड़ता हैं। हम मजबूर होते हैं अधिक से अधिक जल पीने को....।

इस साल (2021) गर्मी ने दस्तक दे दिया है......। 
इस मौसम में शरीर भीतर से सूखने लगता है। स्वाभाविक तौर पर बहुत प्यास लगती है। 
एक मात्र सादा व स्वच्छ पानी ही प्यास बुझा सकती है। तृप्त कर सकती है। लेकिन जल के अलावा और भी अनेक पेय पदार्थ है जिनका सेवन इस मौसम में किया जा सकता हैं।

पेय पदार्थ जो कुछ साधारण, घरेलू , बाजारों के,  मेडिसिनल, प्राकृतिक आदि अनेक प्रकार के हैं। जिन्हें हम समय-समय पर अपनी सहूलियत के हिसाब से ले सकते हैं.....।

गर्मी के मौसम में मैं और मेरा परिवार जिन पेय पदार्थों को प्रयोग में लेते हैं उन्हें आप लोगों से साझा करना चाहूंगी.....।
अगर आप लोगों को ठीक लगे तो ट्राई कर सकते हैं। फायदा मिलेगा...... ।

जो निम्न प्रकार के हैं....
*सबसे पहले साफ पेयजल का उल्लेख करना चाहूंगी। पानी को उबालकर, ठंडा कर, छानने के बाद मिट्टी के घड़े में स्टोर कर या किसी अन्य पात्र में रख कर पीना सबसे उत्तम है......

*विसलरी का खरीदा स्वच्छ जल का इस्तेमाल भी सही है। घर-बाहर दोनों जगह इसका इस्तेमाल किया जा सकता हैं।

*Zeoline 150 or 200 - इसका droops दूषित पानी को साफ करने के लिए इस्तेमाल किया जाता  है। यह "क्मपिलीट वाॉटर ट्रीटीमेंट" मेडिसिन Drops है। एक गिलास पानी में इसकी कुछ बूंदें डालने से पानी पीने योग्य बन जाता है। इस water purifier product को मेडिसिन की दुकान या अॉनलाइन खरीद सकते हैं। 
इसके बॉडी में सारी विधि लिखी रहती हैं.....।

*देशी उपाय के तौर पर एक गिलास पानी में एक चम्मच चीनी और चुटकी भर नमक डालकर एक घंटे छोड़ दें। उसके बाद चम्मच से अच्छी तरह घोलकर पी लें। सुबह 10बजे से शाम के 4बजे तक पीना श्रेय है। यह घोल गर्मी में शरीर को शीतलता और ऊर्जा प्रदान करने में सहायक है। हर दूसरे या तीसरे दिन पीना काफी फायदेमंद है। सस्ता भी पड़ता है।

*घरेलू उपाय के तौर पर इन दिनों (गर्मी में) सप्ताह में दो-तीन बार यह लिया जाए तो फायदा होता है। इसमें मिसरी के दो-तीन टुकड़े, आधा चम्मच सौंफ, आधा चम्मच मैथीदाना को एक गिलास पानी में रात भर भीगोकर छोड़ दें। सुबह उसे छानकर पीएं।मिसरी का यह पानी गर्मी में लाभ पहुंचाता है।

*गुलूकोन-डी, बाजार में कई फ्लेवर्स में पाये जाते हैं। अपने स्वाद के हिसाब से लेकर एक गिलास पानी में दो चम्मच घोलकर हाथों-हाथ पी सकते है। घर के बाहर निकलने पर इस घोल को बोतल में भर कर लें जा सकतें है। प्यास बुझाने के लिए और एनर्जी बढ़ाने के लिए फायदेमंद है।

*चने का सत्तू, एक गिलास पानी में दो-तीन चम्मच डालकर और स्वादानुसार नमक डालकर अच्छे से फेंट कर पीने से बहुत लाभ हैं। भूख मिटती है, शरीर ठंडा होता है, मुंह में स्वाद आता है। 
सत्तू के शर्बत में नींबू का रस और काला नमक डालकर पीने से और स्वादिष्ट लगता है।

*कच्चे नारियल का पानी सेहत के लिए अति उत्तम है। जो प्यास बुझाने के साथ ही अनेक रोगों का उपचार करता हैं। पर यह हर क्षेत्र में नहीं पाया जाता है। फिर भी नारियल पानी स्वास्थ्य के लिए बहुत ही अच्छा है।

*चिरायता-एक प्रकार का उद्भीज है। इस वृक्ष का हर हिस्सा बहुत कड़वा होता है।इसके सूखे डंठल, छाल, पत्ता के किसी भी हिस्से को अच्छे से धो कर थोड़ी सी मात्रा में रात भर पानी में भिगोकर छोड़ दें। सुबह पानी को छानकर आधा कप या आधी कटोरी खाली पेट पी सकते हैं। इससे भी शरीर ठंडा होता है साथ ही कई बिमारियों से बचा जा सकता है।
गर्मियों में अक्सर फोड़े-फुंसी, घमौरी तथा स्कीन संबंधित बिमारियों से जुझना पड़ता हैं। इसलिए इनसे बचने के लिए ऐसे समय थोड़ी बहुत कड़वी चीजों का सेवन करना चाहिए। जो फायदेमंद होता है। अतः चिरायता का सेवन महिने में दो-चार बार कर लेना चाहिए।

*छाछ, लस्सी, दही, शेक, ठंडाई, ठंडा दूध, पनाह आदि का सेवन भी पेयपदार्थ के रुप में किये जा सकते हैं। जिससे तृप्ति मिलती है और फायदे भी हैं।

*गर्मी के मौसम में मौसमी फल जैसे आम, तरबूज आदि इस तरह के और भी फलों के जूस का नियमित सेवन करना अत्यधिक लाभकारी हैं। फलों का रस भरपूर मात्रा में लेना चाहिए।

*बजार में अनेक प्रकार के "कोल्ड ड्रिंक्स" पाए जाते हैं। गर्मियों में कभी कभार इनका भी मजा लिया जा सकता हैं। लेकिन अधिक कदापि नहीं। 

गर्मियों के मौसम में अक्सर खाने की इच्छा कम हो जाती है। अतः उपरोक्त पेयपदार्थों को अधिक से अधिक प्रयोग में लिया जा सकता हैं।
कभी कुछ लिया, तो कभी कुछ पेय पदार्थ लिया। अपनी इच्छा और सहूलियत से इस मौसम में प्रचूर मात्रा में पेय पदार्थ लेना चाहिए। जो शरीर के लिए ठीक माना जाता है। शरीर में जल की मात्रा को नियंत्रित में रखता है......।

यह तो हुई पेय पदार्थ की बात....
अब पेयजल के बारे में एक नई और अच्छी खबर देना चाहूंगी। शायद कुछ लोग जानते होंगे। लेकिन अधिकतर लोग अभी इस बात से अवगत नहीं हैं।

दरअसल, हाल ही में एक शोध में कहा गया है कि सागौन और नीम की लकड़ियों के "राख" से दूषित पानी साफ किया जाएगा। इनके राख के द्वारा पानी के कई विशैले पदार्थों को साफ कर पानी को पीने योग्य बनाया जाएगा। जो बहुत ही सस्ता और इस्तेमालकर साबित होगा।

अतः उम्मीद है आगे हर जगह हमें शुद्ध और साफ पानी पीने को मिलेगा.......।

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