उत्तम जल! नारियल पानी------

ईश्वर कह ले या प्रकृति, इनकी देन असीम हैं....। हमें इन्होंने बहुत कुछ दिया हैं। जिसमें "श्रीफल" भी है।

श्रीफल यानी नारियल... जैसा कि नारियल को हम श्री फल के नाम से भी जानते है। 

"श्री" का अर्थ या तात्पर्य- संपत्ति, सौंदर्य, कांति, चमक आदि से हैं। और ये सभी नारियल में विद्यमान हैं। तभी तो शायद इसे श्री फल कहा जाता है। वैसे इसका इस्तेमाल पूजा और शुभ कार्यों में किया जाता हैं। 

नारियल का हर हिस्सा हमारे काम आता हैं। इसका ऊपरी छिलका, उसके भीतर का कठोर आवरण, आवरण के भीतर सफेद गिरी और गिरी के अंदर सुरक्षित जल.....। सभी काम के हैं.....।

कच्चे व हरे रंग के ऊपरी आवरण वाला नारियल के भीतर की गिरी, पतले मलाई के रूप में होते हैं। नारियल के भीतर का पानी मलाई से घिरा रहता है। अगर नारियल, ज्यादा कच्चा होता है तो उसके अंदर गिरी या मलाई नहीं होता सिर्फ पानी भरा होता है। एक गोलाकार कटोरे में....यही पानी हमारे शरीर के लिए अति उत्तम है। नारियल चाहे कम कच्चा हो या ज्यादा कच्चा- इसका जल उत्तम माना जाता है....। पानी के अलावा नारियल की सफेद गिरी और मलाई भी हमारे सेहत के लिए बहुत फायदेमंद हैं....।

नारियल के ऊपरी छिलके से भीतरी पानी हमारे काम के हैं। कुल मिलाकर इसका हर अंश हमारे काम आता हैं।

यहां, इस लेख में चर्चा करेंगे ,"श्रीफल" यानी "नारियल पानी" की..... जो हमारे लिए "अमृत" है....., हमारे हर उम्र के लिए फायदेमंद हैं....।

   इस प्राकृतिक पानी को "हृदय टॉनिक" और "प्राकृतिक मिनरल वाटर" भी कह सकते है।  

डाक्टरस व विशेषज्ञों के अनुसार नारियल पानी, एक शानदार "डाइट ड्रिंक्स" है....।

इसमें "श्री" के सारे गुण विद्यमान हैं.... अगर नारियल पानी नियमित पिया जाए तो, भीतर और बाहरी कई शारीरिक बिमारियों को दूर रखा जा सकता हैं। क्योंकि यह औषधि का काम करता हैं।

दिन में इस पानी को कभी भी पिया जा सकता है। वैसे सुबह से दोपहर के बीच पिना श्रेय (अच्छा) है।

नारियल पानी बच्चे, बड़े, बुढ़े सभी पी सकते हैं। सबों के लिए फायदेमंद है..।

इसकी तासीर ठंडी होती है तथा स्वाद मिठा होता है। अतः जिन्हें सर्दी-जुकाम और सुगर (डाइबिटीज) की शिकायत हैं, वे डाक्टर की सलाह से ले सकते हैं।

बात करते हैं, नारियल पानी के उन तमाम फायदों की जिनमें "श्री" के अर्थ जुड़े हैं...

इस पानी में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते है जो हमारे शरीर के वजन, सौंदर्य, थकान, चमक आदि को नियंत्रण में रखता हैं....

1) भगवान का बनाया हुआ यह उत्तम-जल नियमित पीने से त्वचा की चमक बढ़ती हैं। इस पानी को पीया और लगाया जा सकता हैं। दोनों तरह से प्रयोग में लिया जा सकता हैं। पीने के साथ ही इसे चेहरे पर भी लगा सकते हैं। दोनों रुपों में त्वचा को  लाभ मिलता हैं।
2) अक्सर गर्मियों के दिनों में या कई कारणवश बहुतों को उल्टी होती हैं। तथा अधिक काम करने से पसीना आता हैं। ऐसे में शरीर का भीतरी पानी, शरीर के बाहर निकलता हैं। जिससे थकान महसूस होती हैं। जी घबराता है। ऐसी स्थिति में नारियल पानी पीया जाए तो यह पानी, शरीर के पानी की कमी को पूरा करता है। और शरीर के कांति व थकान को दूर करता हैं। इसका असर तुरंत मिलता है। शरीर तथा मन को तरोताजा कर, स्फूर्ति भर देता हैं।

3) कहते हैं, स्वास्थ्य ही संपद है। अतः नारियल पानी हमारे स्वास्थ्य रुपी संपद की भलि भांति देख रेख करने में सहायक है। यह प्राकृतिक जल मानव हृदय को अच्छा रखता है, किडनी को साफ करता है, हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाता है। नारियल पानी "फेट-फ्री" है, इसलिए शरीर के वजन को नियंत्रण में रखता है।

4) एक शोध से पता चला है कि नारियल पानी में कैल्शियम की मात्रा काफी होती है। हमें एक उम्र के बाद कैल्शियम की बहुत आवश्यकता होती है। खास तौर पर महिलाओं को.... इसलिए नारियल पानी उनके लिए अमृत समान है....।

यह उत्तम जल, अपने में मौजूद तत्वों से हमारे शरीर के बाहरी व भीतरी समस्याओं (शारीरिक) से निजात दिलाने में मदद करता है.....।

तटवर्ती इलाकों में नारियल पेड़ की खुब पैदावार होती हैं। वहां के लोग नारियल पानी नियमित (करीब रोज़) पीते हैं और स्वास्थ्य रहते हैं। परन्तु जिन क्षेत्रों में कम पैदावार होती है या नहीं होती वहां भी नारियल पाया जाता है। अतः नारियल पानी पीया जा सकता है....। रोज ना सही, पर सप्ताह में दो-तीन बार नारियल पानी ले सकते हैं।

दरअसल, आजकल हर जगह सब कुछ मिल ही जाता हैं। हां, यह बात और है कि तुलनात्मक रूप से थोड़ा कम और मूल्य ज्यादा होता हैं। पर पाया जाता है....।

अतः अपने सेहत को ध्यान में रखते हुए, दवाई का सोच कर, नारियल पानी को डाइट में शामिल कर सकते हैं....फायेद में रहेंगे.....।
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