शू-पैड........

          शू-पैड ! यानी "Insole".....
यह उपकरण पैरों के दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है। यह एक "आर्थोपेडिक प्रोजेक्ट" है। इसे यूज कर हम अपने स्वास्थ्य (पैर) का व्यक्तिगत रूप से देखभाल कर सकते है।

हमारे पूरे शरीर का वजन पैर ही ढोता है। पैरों पर ही शरीर टीका है। अतः पैर संबंधित समस्या को नजरंदाज नहीं करना चाहिए।

इस लेख में पैरों के दर्द, ऐंठन व सूजन से, किस तरह आराम मिले उसकी चर्चा करेंगे। साथ ही पैरों तले "गचबर" की समस्या से कैसे बचें। यह भी जान लेंगे......।

पैरों की इस तरह की समस्या के कुछ कारण हैं। मूल कारण, शरीर का वजन...।
शरिया के अधिक वजन के कारण, पूरा बोझ पैरों पर पड़ता है और उसमें दर्द होता है। इसके अलावा, जो ज्यादा पैदल चलते हैं, नंगें पांव चलते हैं, अधिक समय तक खड़े रहते हैं, ज्यादा दौड़ते हैं, ऊंची ऐड़ी के चप्पल-जूते पहनते हैं, सही साइज तथा अच्छे क्वालिटी के चप्पल-जूते नहीं पहनते, पैरों में आराम दायक जूते नहीं पहनते, बिना मौजें के ही जूते पहन लेते हैं आदि कारणों से उन्हें दर्द, ऐंठन, सूजन व गचबर की समस्या हो सकती हैं।

"गचबर" को कील या कॉर्न भी कहा जाता हैै। यह बहुत भयंकर समस्या है, पैरों के लिए। ऐसे में पैरों के तलवे (नीचे) में बेर या मटर की तरह गांठें हो जाती हैं। और वहां का चमड़ा ठोस हो जाता हैं। कईओं के गांठों के बीच छेद भी हो जाते हैं। ऐसे में जमीन पर पैर रखकर चलने में बहुत दर्द होता हैं। चला नहीं जाता।

इस तरह के समस्याओं के- घरेलू, होम्योपैथिक, आयुर्वेदिक तथा एलोपैथिक आदि इलाज है। इसके अलावा self इलाज भी है। जो आर्थोपेडिक प्रोजेक्ट "शू-पैड" के जरिए किया जाता है। इस विभाग के डाक्टर इसे यूज करने को बताते है। शू-पैड  (Insole/ इनसोल) के जरिए पैरों की इन समस्याओं से हम आराम पा सकते हैं।

"शू-पैड" का सपोर्ट हमें पैरों की सुरक्षा देता है।
देखिए, बाजार में कई ब्रांड के "शू-पैड" उपलब्ध हैं। लेकिन यहां, मैं एक विशेष ब्रांड की बात करना चाहूंगी। कारण उसके अच्छे Rejelt से मैं खुद परिचित हूं। बिना नुकसान के मुझे फायदा मिला है।

वैसे जरुरी नहीं कि आप इसी ब्रांड का "शू-पैड" ले। पर पैरों के दर्द, ऐंठन, सूजन और पैरों के तलवों के गांठों (गचबर) की समस्या से आराम पाने के लिए, बिना दवा के "शू-पैड" जरुर यूज करें। फायदा मिलेगा।

खैर, मैं जिस ब्रांड की बात कर रही हूं वह है- "Tynor" जी हां, "Tynor फुल सिलिकॉन इनसोल"........।

दोस्तों, दर्द निवारक यह उपकरण बहुत ही नर्म, पारदर्शक तथा बेहद आरामदायक है।

ये दो डिजाइनों में उपलब्ध है-
1) फुल इनसोल तथा
2) हील इनसोल

जूते के सोलनुमा आकार का 'फुल इनसोल' बना होता है। जिसे जूतों के अंदर डाल कर जूता पहना जाता है। तथा दूसरा 'हील इनसोल', जूते के अंदर ऐड़ी वाले हिस्से में रखकर जुता पहना जाता है। 

कईओं के सिर्फ ऐड़ी में दर्द होता है। वे हील इनसोल यूज़ कर सकते हैं। 

"Tynor" ब्रांड के दोनों प्रकार के 'इनसोल'(शू-पैड) का डिजाइन इस तरह से तैयार किया गया है कि पूरे पैर या ऐड़ी के दर्द से राहत मिले। साथ ही गचबर की समस्या खत्म हो....। तथा सुरक्षा व बेहतर आराम मिले....।

"शू-पैड" को जब जूते के अंदर रखकर पहनते हैं तो वह जूते और पैरों के बीच में रहता है। यानी पैरों का निचला हिस्सा (तलवा) जूते के सोल पर नहीं बल्कि 'शू-पैड'  पर रखा रहता है। चलने-फिरने में  फिटनेस व आराम महसूस करेंगे। पैरों पर पड़े, शरीर के वजन से राहत अनुभव करेंगे। इससे पैरों को पूरा सपोर्ट मिलेगा क्योंकि यह पैरों, घुटनों तथा रीढ़ की हड्डियों के दबाव को कम करता हैं। सतह पर पैर रखकर चलने में आराम मिलता है। इसे घर और बाहर जूते में डालकर चले-फिरे। आराम मिलेगा। 

उम्र बढ़ने के साथ ही साथ समस्याएं घेरने लगती हैं। इसलिए इनके होने के करणों पर पहले अमल करना चाहिए और अगर समस्या हो ही गई हो तो, 'शू-पैड' का जरुर इस्तेमाल करें.....।

शू-पैड के लिए एक विशेष बात ध्यान में रखना जरूरी है। इसके कई साइज़ होते हैं। अतः अपने जूते के साइज़ के हिसाब से ही 'शू-पैड' खरीदे और यूज करें....।

दोस्तों, पैरों के दर्द से राहत पाने के लिए Tynor ब्रांड का सिलिकॉन 'इनसोल' यूज़ कर सकते है जो 'ऑनलाइन' (अमेजन) या 'सर्जीकल इंस्ट्रूमेंट्स' की दुकानों में आराम से मिल जाते हैं.....।
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