बॉडी कैमरा------

        दोस्तों, आप सब सोच रहे होंगे, कैमरे के बारे में तो सुना है पर बॉडी कैमरा......? बॉडी कैमरा क्या है? इसके बारे में क्या जानना?
                          
हममें से कई लोग ऐसे हैं जो यह नहीं जानते कि ये एक छोटा सा यंत्र है जो पुलिस विभाग के लिए बहुत ही उपयोगी है।
            
     काले रंग का छोटा सा यंत्र बॉडी कैमरा, पुलिस और नागरिकों के बीच का पुल (ब्रिज) है। जो सही, कानून लक्ष्य तक पहुंचने का कार्य करता है। और सभी के लिए सेफ हैं। दोनों में कौन दोषी हैं- यह साबित करता है "बॉडी कैमरा".......।
     
बॉडी कैमरे के माध्यम ऑडियो-विडियो को क़ैद किया जा सकता हैं।

      पुलिस विभाग के विभिन्न पदाधिकारियों को अपने-अपने शहरों और इलाकों (कर्म-क्षेत्र) के नागरिकों को सुरक्षा देने हेतू तत्पर रहना पड़ता हैं। लेकिन कई बार उनकी या हमारी (जनता) ओर से ग़लत आरोप लगाया जाता है। जिससे कानून करवाई पर दाग़ लग जाता हैं। जिसका गलत इस्तेमाल हो जाता है। निर्दोष होने के बावजूद, दोनों में से कोई एक बेवजह फंस जाते है।
             इन्हीं से बचने के लिए और स्वच्छता के साथ आसानी से सही घटना सामने लाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। 
             
नागरिक सुरक्षा हेतु जो अधिकारी तैनात रहते हैं वे भी हमारे परिवार की तरह, किसी परिवार से होते हैं। हममें ही बीच के किसी परिवार के सदस्य होते हैं। मां-बाप, भाई-बहन, पति-पत्नी, बेटा-बेटी आदि ऐसे रिश्तों से जुड़े रहते हैं।

किसी राजनीतिक विवाद, पारिवारिक झमेलें या अन्य किसी व्यक्ति विशेष वाली घटनाओं के चलते उन्हें फंस जाना न पड़े। उन पर कोई ग़लत आरोप न लग पाए इसलिए उन्हें "बॉडी कैमरा" का उपयोग करवाया जाता हैं। ताकि पुलिस विभाग और आम जनता इस छोटे से यंत्र के माध्यम सुरक्षित रहे। लक्ष्य, सिर्फ किसी पर ग़लत कानूनी कार्रवाई न हो......।

छोटे-बडे शहरों और महानगरों के रास्तों तथा चौराहों पर पुलिस व सर्जेंट नजर आते हैं। उनके वर्दी के सीने में यह छोटा सा काले रंग का यंत्र लगा दिया जाता है। जिससे डियुटी के समय की हर घटनाएं (कैश) पारदर्शी रहे।

समय के साथ-साथ काफी कुछ बदल गया है। माडर्न हो गया है। अतः इस यंत्र ने भी नया रूप ले लिया है।

बॉडी कैमरा, ऑडियो-विडियो रिकार्डिंग के साथ ही नाईट मिशन, मूवमेंट डिटेक्शन, हाई क्वालिटी, नाईट रिकोर्डिंग तथा वाटर निरोधक सुविधाओं के साथ बना हैं।

पुलिस डिपार्टमेंट के लोग इस यंत्र का इस्तेमाल हर क्षेत्र में जाकर कर सकते हैं। जिससे वे बेहतर सर्विस दे सके।

वैसे, इस यंत्र का उपयोग सुरक्षा गार्ड भी कर सकते हैं।

जानकारी के मुताबिक कलकत्ता महानगरी में पुलिस विभाग में बाॅडी कैमरा के इस्तेमाल से काफी अच्छा रिजल्ट सामने आया है। इसलिए, अब यहां यत किया जा रहा है कि महानगर में विभिन्न क्षेत्रों के थानों व स्पेशल ब्रांचों में भी बाॅडी कैमरा युज किया जाएगा। जिससे हर घटनाओं की ठीक से पुष्टि हो.....।

       लेकिन यह बात पुलिस के जासूसी विभाग के लिए चिंता की बात है। उनके अनुसार इस विभाग के गुप्तचरों को अपना परिचय गुप्त रखकर आम जनता के बीच अपना काम करना पड़ता है। ऐसे में अगर वे अपने सीने में काले बटन रुपी छोटा-सा यंत्र लगा रखेंगे तो उनके कार्य में यह बाधा बन सकता है।  आम जनता उनके सीने में लगे इस बाॅडी कैमरा को देख समझ जाएंगे और सचेत हो जाएंगे। जिससे उनके उद्देश्य में पानी फिर जाएगा। 
              कलकत्ता महानगरी के सबसे बड़े पुलिस स्टेशन के कुछ अधिकारियों का ऐसा मानना है।
              
वैसे जासूसी विभाग के अलावा अन्य विभागों में "बाॅडी कैमरा" बहुत ही सहायक है। गलत पेशकश का अंत यही छोटा सा यंत्र कर रहा है......।
                  ______________