इलेक्ट्रिक लंच बॉक्स--------

लंचबॉक्स का संबंध हमारे भोजन से है।
लम्बे समय के लिए जब हम घर से बाहर जाते हैं और उनके बाद घर लौटते हैं तब तक बीच में खाने की जरूरत पड़ जाती है। इसलिए अधिकांश लोग घर का खाना पैक करवा कर ले जाते हैं।

    स्कूल, कॉलेज, ऑफिस, किसी कार्य स्थल या सफर के दौरान जब खाना पैक करवा कर ले जाते हैं, ऐसे में हमें लंच बॉक्स की जरूरत पड़ती हैं।

   घर से निकलते वक़्त गर्मा-गर्म खाकर निकलते हैं पर पैक किया खाना खाते वक्त देखा जाता है वो ठंडा हो जाता है। अधिकांश लोग गर्म खाना पसंद करते हैं। वैसे ठंडा  खाना खाने में स्वाद भी कम आता है। खासतौर से सर्दियों के मौसम में.... कहते है गर्म खाना जल्दी पच भी जाता हैं। अतः गर्म खाना, खाना ही उचित है।

    लोग घर के बाहर पैक किया खाना गर्म खा सके इसलिए बाजार में कई तरह के "इलैक्ट्रिक लंच बॉक्स" उपलब्ध हैं। अलग-अलग कंपनियों के दो, तीन और उससे भी ज्यादा कंटेनर वाले इलैक्ट्रिक लंच बॉक्स पाए जाते हैं।

   लंचबॉक्स की कई क्वालिटी उपलब्ध हैं- *एक तरह के पाए जाते है जिसमें कुछ समय बाद खाना ठंडा हो जाता है। *कई लंच बॉक्स ऐसे पाएं जाते हैं जिनमें खाना कुछ घंटे गर्म रहता है तथा *ऐसे भी लंचबॉक्स है जिसमें रखा खाना समय के अनुसार आप गर्म कर खा सकते हैं। ऐसे लंचबॉक्स इलैक्ट्रिक लंच बॉक्स के रूप में जाने जाते हैं।
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     अगर थोड़ा ज्यादा पैसा खर्च किया जा सके तो बाहर भी घर जैसा गर्म खाना आपने समय अनुसार इलैक्ट्रिक लंच बॉक्स में खा सकते हैं।

     मिल्टन, हेलो, एमपी, हेंश, निक्सन आदि ऐसी कंपनियां हैं जिनकी इलैक्ट्रिक लंच बॉक्स बाजार में उपलब्ध हैं।
     हर ब्रांड के आकार, रंग, साइज़, क्वालिटी व फेसिलिटी अलग-अलग हैं। जिनकी कीमत भी भिन्न हैं। वैसे 500/ से 5000/ तक में पाई जा सकती हैं।

       इलैक्ट्रिक लंचबॉक्स का बाहरी बॉडी कम्पैक्ट, ग्रेड, प्लास्टिक के तथा इसके भीतर का कंटेनर्स स्टेन स्टील या हीटप्रूफ प्लास्टिक मैटरीयल के बने होते हैं। कंटेनर के ढक्कन (लिड) की बात करें तो सब एयर टाइट होते हैं। लेकिन कोई ढक्कन चूड़ीदार होता हैं। जिसे घुमा-घुमा कर बंद किया जाता है और किसी-किसी ढक्कन में रबर लगा होता हैं। जिन्हें दबाकर बंद किया जाता है। खोलते वक्त ढक्कन के बीच को दबाकर उसे खोला जाता है।
       इलैक्ट्रिक लंचबॉक्स के बॉडी के एक तरफ प्लग पिनं लगा होता है। लंचबॉक्स के साथ प्लग तार पाया जाता है।जो करीब एक मिटर के लगभग लम्बा होता है। 

         कंटेनर्स में खाना रख ढक्कन लगा कर बाक्स के अंदर रखा जाता है। फिर उसे ऊपर से बंद कर प्लग तार को लंचबॉक्स के बॉडी पिन से जोड़ देते हैं।अब तार को बिजली के प्लग में लगा दिया जाता है। कुछ यूं समझ लीजिए जैसे हम मोबाइल चार्ज में लगाते हैं।
         खाना गर्म होने में 15-20 मिनट या 40-45 मिनट लग जाते हैं। दरअसल, अलग-अलग कंपनियों की अलग-अलग फेसिलिटी होती हैं तथा खाने की क्वांटिटी (मात्र) पर भी  निर्भर करता है कि खाना गर्म होने में कितना समय लेगा। 

       इलैक्ट्रिक लंचबॉक्स की सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए। क्योंकि यह इलैक्ट्रिक उपकरण है। कंटेनर को अन्य बर्तनों की तरह माज कर, धोकर साफ कर सकते हैं लेकिन लंचबॉक्स के बॉडी को सावधानीपूर्वक साफ करने की जरूरत है। इसे साफ़ करने के लिए सुखे कपड़े से पोंछ कर ही साफ किया जा सकता है। हल्का सा साबून लगा सूखे तरीके से ही साफ करना है। बॉडी में प्लग पिंन जो लगा रहता है, इसलिए पानी का प्रयोग नहीं करना है।

      दोस्तों, अगर घर की तरह घर का खाना बाहर गर्मा-गर्म खाना हो, खासतौर पर सर्दियों के दिनों में तो इलैक्ट्रिक लंचबॉक्स के बारे में सोच सकते है।
      लोकल मार्केट, मॉल या ऑनलाइन से खरीद सकते हैं...... जो आसानी से उपलब्ध हैं.....।
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