बेडसोर------

            अगर कोई मरीज बिना हिले-डूले लम्बे समय तक बिस्तर पर लेटे रहे तो उसके पीठ व शरीर के अन्य हिस्सों में घाव हो जाते हैं। चिकित्साक की भाषा में उसे 'बेडसोर" कहते है।
        यह घाव मरीज के लिए बहुत असहनीय और पीड़ादायक होता हैं। अत्यधिक फैलने पर त्वचा में गलन व सड़न होने लगती है।
        बेडसोर एक बार अगर मरीज को हो जाए तो उसे ठीक करना मुश्किल हो जाता है। लेकिन ऐसा घाव मरीज को न हो उसके लिए चिकित्सक के द्वारा एक ऐसे Bed की सलाह दी जाती है जिसपर मरीज को लम्बे समय तक लेटाए रखने से बेडसोर होने की संभावना नहीं रहती।
        आईए दोस्तों, इस लेख के माध्यम जान लेते है डाक्टर किस प्रकार के बेड की सलाह देते है तथा उसका उपयोग कैसे किया जाता है.....
        डॉक्टर्स, हवा भरे बेड की सलाह देते है। जिसे Air Bed कहा जाता है। 
        यह एक Health care Product  है जिसे Use करने पर मरीज़ बेडसोर से निजात पा सकता है। डॉक्टर ऐसे मरीजों को Air Bed की सलाह देते हैं।
 साधारणतः इसका इस्तेमाल अस्पताल, नर्सिंग होम व अन्य चिकित्सा विभाग में किया जाता हैं। 
           बुढ़ापा, दुर्घटना या भयंकर बीमारी की चपेट में आने के कारण, जब मरीज स्वयं बिना हिले लम्बे समय तक इलाज के लिए बिस्तर पर लेटे रहता हैं तो ऐसी परिस्थिति में डाक्टर Air Bed पर लेटाये रखने की सलाह देते हैं। ताकि मरीज के शरीर में घाव न हो जाए। यानी बेडसोर (घाव) से बचाने के लिए डाक्टर साधारण बिस्तर की जगह Air Bed (मैट्रेस/बेड) पर मरीज़ को सुलाने की सलाह देते हैं। पर क्यों .....?
 दरअसल, साधारण बिस्तर पर लेटे रहने से मरीज का शरीर खासतौर पर पीठ बिस्तर से चिपका रहता है। मरीज के न हिलने से बिस्तर और शरीर के बीच हवा का आदान-प्रदान नहीं हो पाता जिसके फलस्वरूप घाव हो जाते हैं।
Air Bed पर ऐसा नहीं होता है। इसमें मरीज के शरीर और मैट्रेस (बेड) के बीच हवा का आदान-प्रदान आराम से होता रहता है। क्योंकि यह बेड "बबल डिजाइननुमा" बना होता है। तथा यह चिकित्सा सामग्री द्वारा बनाया जाता है।
            यही कारण है कि मरीज के लिए इस तरह के मैट्रेस, सुरक्षित और आरामदायक होते हैं।
            लम्बे समय तक बेड पर लेट मरीज़ का इलाज जब अस्पताल या नर्सिंग होम में चलता है तब वहां की जिम्मेदारी होती है कि वे मरीज़ को Air Bed पर सुलाए। वहां के लोगों को इसका इस्तेमाल करना भलिभांति आता हैं। क्योंकि वे ट्रेंड व अनुभवी होते हैं। वे इसका उपयोग आराम से कर, मरीज़ को उस पर अपनी जिम्मेदारी से लेटा देते हैं। 
            लेकिन कभी-कभी डाक्टर कई मरीजों को घर पर ले जाने की सलाह देते हैं या फिर घरवालें अपने मरीज को घर पर रखकर ही इलाज करवाना चाहते हैं। ऐसे में Air Bed का प्रयोग उन्हें ही अपने मरीज के लिए करना पड़ता हैं।
     इसलिए Air Bed के प्रयोग की जानकारी भी आज जानने की कोशिश करेंगे........
                  दोस्तों, बाजार में कई प्रकार और साइज में Air Bed उपलब्ध हैं। डॉक्टर के कहे अनुसार अपने मरीज के लिए सुविधाजनक मैट्रेस खरीदना उचित है।
                  यह पाऊचरुपी उपकरण है। अतः फोल्ड कर पाऊच बैग में पाया जाता है। पाऊच में मैट्रेस के अलावा पाइप, पंप तथा मैनुअल कागज पाया जाता हैं।
                  मैनुअल कागज पर चित्र समेत युज करने का पूर्ण विवरण दिया रहता हैं। 
आमतौर पर Air Bed, इलैक्ट्रिक और मैन्युअल इन दो प्रकार के होते हैं। कोई सा भी खरीदा जा सकता हैं।
जिस जगह मरीज़ को सुलाना है वहां मैट्रेस (बेड) को खोलकर बिछायेंगे। बेड पाऊच के एक कोने में छेद बना रहता है उसमें एक कैप फिट किया रहता है। पाइप का एक छोर बेड छेद में लगाएंगे और दूसरा छोर पंप में फिट कर देंगे। अब अगर इलैक्ट्रिक Air Bed हो तो पंप में लगे तार को घर के इलैक्ट्रिक पल्ग पर लगाकर स्विच ऑन कर देंगे। ऐसे में Air Bed पाउच में हवा भरता जाएगा।
वहीं दूसरी ओर आपने मैन्युअल उपकरण ख़रीदा हो तो पाइप को वैसे ही फिट कर देना है। और हाथ या पैर के दबाव से धिरे-धिरे उसमें हवा भरना है।
मैन्युअल के रूप में "हैंड सेट" और "फुट सेट" दो प्रकार के मैट्रेस पाए जाते हैं।
इलैक्ट्रिक Air Bed में हवा जल्द भरा जाता है जबकि मैन्युअल उपकरण में हवा भरने में समय लगता है लेकिन इलैक्ट्रिक उपकरण में हवा भरते समय आवाज होती है। जिससे ध्वनि प्रदूषण फैलता है।
खैर, बेड में हवा भरने के बाद उसके ऊपर हल्का सा कोई चादर बिछाकर मरीज को उस पर लेटा दिया जाता है।
इससे मरीज़ को बेडसोर, रीढ़ की हड्डी का दर्द, व शरीर के अन्य हिस्सों के दर्द से आराम मिलता हैं। यह Health care Product ऐसे मरीजों के लिए काफी मददगार है।
 उम्मीद है इस लेख ने डाक्टर के जानकारी अनुसार बेडसोर और उससे राहत पाने के उपाय से अवगत कराया है। मैट्रेस के उपयोग में भी मदद दी है.....। 
           लम्बे समय तक बिस्तर पर लेटे रहने वाले मरीजों के लिए Air Bed को अपनाएं ताकि उन्हें बेडसोर (घाव) की समस्या से जूझना न पड़े.....।
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