H.C.G. टेस्ट----

           एक गायनोकॉलोजिस्ट के अनुसार जब कोई महिला प्रेगनेंट (गर्भवती) होती है तो उसके शरीर में एक प्रकार का हॉरमोन बनना शुरू होता है। चिकित्सा विभाग के मुताबिक इस हॉरमोन को संक्षिप्त में H.C.G. कहा जाता है।
                  महिलाओं के प्रेग्नेंसी को सुनिश्चित करने हेतु H.C.G. हॉरमोन का टेस्ट किया जाता है। 
टेस्ट करने के लिए महिलाओं को लैब जाना पड़ता हैं। ऐसे में अगर किसी के पास समय नहीं है या जाने में कोई दिक्कत है तो वो यह टेस्ट घर बैठे आराम से कर सकतीं है।
                  आज का लेख उन तमाम गर्भवती महिलाओं तथा न्यू कपल (दंपति) को कुछ मदद कर सकता है। प्रेग्नेंसी टेस्ट घर पर कब और कैसे करना है इस विषय पर संक्षिप्त चर्चा करेंगे।
                  घर पर टेस्ट करने के लिए बाजार में कई ब्राड के (Pega News, i-can, One-step etc.) Health care self kit पाए जाते हैं। जिसे "प्रेग्नेंसी टेस्ट किट" कहा जाता है।
                  डॉक्टर के प्रेसक्रिप्शन (पर्ची) के बिना इसे केमिस्ट की दुकान से खरीदा जा सकता है। हर केमिस्ट की दुकान में ये किट आराम से मिल जाते हैं। लेकिन खरीदते वक्त एक बात का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। जैसे दवाईयों के एक्सपायरी डेट होते हैं उसी तरह इनके भी एक्सपायरी डेट होते हैं।
                  एक्सपायरी डेट वाले किट से अगर प्रेग्नेंसी टेस्ट किया जाए तो, हो सकता है टेस्ट का कोई परिणाम न आएं या फिर गलत आए। इसलिए ठीक से देख कर ही किट खरीदें।
  प्रेग्नेंसी किट के अंदर दो चीजें मिलेंगी- एक टेस्ट स्ट्रिप और दूसरा ड्रोपर (Dropper).
 Use: किट के माध्यम प्रेग्नेंसी टेस्ट के लिए किट में रखे स्ट्रिप और ड्रोपर के अलावा महिला के Urine (पेशाब) की आवश्यकता होती है। साथ ही एक छोटा व पुराना, पर साफ कंटेनर की जरूरत होती है। दरअसल, इसमें Urine को स्टोर करके रखना होता है।
             गायनोकॉलोजिस्ट के मुताबिक महिला को Early Morning Urine को टेस्ट के लिए use करना चाहिए। इसलिए अगले दिन रात को एक साफ कंटेनर की व्यवस्था करके रखना चाहिए। ताकि उस दिन अर्थात टेस्ट वाले दिन सुबह उठते से पहला Urine स्टोर करने में दिक्कत न होए।
             टेस्ट स्ट्रिप एक छोटा सा उपकरण है। इसमें दो सेक्शन होते हैं- एक 'टेस्ट जोन" तथा दूसरा "सैम्पल जोन"।
 Dropper (ड्रोपर) के जरिए कंटेनर से Urine की कुछ बूंदें सेम्पल जोन में डालेंगे। थोड़ी देर बाद टेस्ट जोन पार्ट में दो pink लाइन दिखाई देगा। यानी महिला प्रेगनेंट (गर्भवती) है। और अगर एक  लाइन दिखाई देता हो तो समझना होगा महिला प्रेगनेंट नहीं है, या फिर एक भी लाईन न दिखे तो निराश होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि हो सकता है महिला ने अपना प्रेग्नेंसी टेस्ट जल्दी किया होगा या टेस्ट किट ठीक नहीं है। ऐसे में फिर से नये किट से टेस्ट करना चाहिए।
           H.C.G. हार्मोन्स प्रेग्नेंसी किट टेस्ट के माध्यम घर पर प्रेग्नेंसी टेस्ट करना बहुत आसान व सरल है। लेकिन कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना भी उतना ही जरूरी हैं- 
           प्राकृतिक नियमानुसार हर महिला, हर महीने माहवारी (पिरियड/Period) से होती हैं। जब कोई महिला अपने पुरुष पार्टनर से शारीरिक संबंध स्थापित करती है तो, साधारणतया एक समय आता है जब अंडाणु उसके गर्भाशय से जुड़ जाते हैं। इस कारण दो बातें सामने आती हैं......
एक तो हर महीने होने वाले Periods बंद हो जाते हैं और दूसरी बात उस महिला के शरीर में H.C.G. हार्मोन्स बनना शुरू हो जाता है।
पिरीयड बंद होने का पता चल जाता है परन्तु हार्मोन्स बनने का पता चल नहीं पाता। इसकी जानकारी हमें टेस्ट के जरिए चलता है। यही कारण है प्रेग्नेंसी टेस्ट की जरूरत होती है।
 *यहां विशेष ध्यान देने वाली बात यह है कि महिला के शरीर में हार्मोन्स (H.C.G) धिरे-धिरे बनता है। इसलिए गायनोलॉजिस्ट के हिसाब से महिला को चाहिए, माहवारी बंद होने के 2-3 सप्ताह बाद प्रेग्नेंसी टेस्ट करें। जिससे हार्मोन्स बनने की बात का पता, बढ़ी आसानी से चल जाता हैं। Period बंद होने के तुरंत बाद टेस्ट करने से जांच के ठीक परिणाम नहीं मिल पाते।
*महिला को अपना Early Morning Urine टेस्ट के लिए स्टोर करना चाहिए।
*महिला को अपना Urine (पेशाब) स्टोर करने से पहले किसी तरह का तरल पदार्थ (Liquid), जैसे कि पानी, चाय, कॉफी आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे Urine का घनत्व बना रहता है और टेस्ट का परिणाम जल्द और ठीक से मिलता हैं।
*प्रेग्नेंसी टेस्ट किट का इस्तेमाल एक बार ही करना चाहिए। अगर दूसरी बार करना पड़े तो नये टेस्ट किट का प्रयोग करें। आदि.....
        कई न्यू प्रेगनेंट (गर्भवती) महिला के मन में सवाल उठ सकता है, आखिर इस टेस्ट की जांच Urine से ही क्यों की जाती है? उनकी जानकारी के लिए बता दे- क्योंकि H.C.G. हार्मोन का हल्का अंश Urine में घुला रहता है जिस कारण लैब या घर पर Urine के जरिए H.C.G. हार्मोन अर्थात प्रेग्नेंसी टेस्ट होता हैं। लेकिन कई बार डाक्टरस को महिला के रक्त (Blood) के जरिए भी प्रेग्नेंसी टेस्ट करना पड़ता है।
कैमिस्ट की दुकान पर पाए जाने वाले "प्रेग्नेंसी टेस्ट किट", घर पर टेस्ट करने वाली महिलाओं के लिए काफी मददगार है.....।
                         _____________