टी.डी.एस.मीटर------

         

Total dissolved solids- संक्षिप्त में T.D.S. (टी.डी.एस.) कहते हैं।
पानी में घुले खनिज के ठोस अंश ही "टी.डी.एस." होते है। कहां के किस पानी में इसकी कितनी मात्रा है, उसकी जांच जिस उपकरण से लगाया जा सकता है उसे "टीडीएस मीटर" कहते है। जिसके माध्यम से घर बैठे पानी के गुणवत्ता का आसानी से पता लगाया जा सकता है।
                  दोस्तों, आज का लेख इसी मीटर की जानकारी देने की कोशिश करेगा।
जैसा कि हम जानते हैं पानी और खनिज पदार्थ दोनों ही हमें जमीन के नीचे से मिलाता हैं। जिस कारण पानी में खनिज पदार्थ के अंश मिलना स्वाभाविक है। अर्थात हमें घुले हुए खनिज पदार्थ वाला पानी ही मिलता है। वैसे इसकी (खनिज) मात्रा कहीं ज्यादा, तो कहीं कम होती है।
जल जीवन है.... ये हमारे कई प्रकार से काम आता हैं। खास तौर पर पीने के...... ।
पीने का पानी हमेशा शुद्ध होना चाहिए। अतः इसे परख (जांच) कर ही पीना चाहिए।
हम जानते हैं जल हमारे शरीर के लिए अत्यंत आवश्यक है। शरीर के भीतर हानिकारक पदार्थ जल के माध्यम विभिन्न रुपों में बाहर निकलता हैं। उस कारण हमारे शरीर का भीतरी हिस्सा साफ रहता है और शरीर स्वस्थ रहता है। जैसे नालों में पानी डालकर उसकी गंदगी को साफ किया जाता है वैसे ही जल शरीर के भीतर से मैल को बाहर निकाल देता है। लेकिन इसके लिए साफ, शुद्ध पानी की आवश्यकता है।
हमें ध्यान रखना होगा कि पेय जल यानी हम जो पानी पी रहे है वो गंदा न हो। वरना शरीर के अंदर का मैल बाहर निकल कर साफ़ होने के बजाय गंदा न हो जाए तथा हानी न पहुंचे। हम विशुद्ध पानी पी कर बिमार न पड़े?
यहां विशुद्ध पानी से मतलब है उसमें खनिज पदार्थ (टीडीएस) की मात्रा अधिक न हो। क्योंकि ज्यादा मात्रा वाले टीडीएस पानी से खतरा हो सकता है।
            टीडीएस (खनिज पदार्थ) की कुछ मात्रा हमारे शरीर के लिए आवश्यक है परन्तु अधिक मात्रा हमारे शरीर के लिए ठीक नहीं है।
साधारण लोगों को जल के रंग, गंध व स्वाद से उसके गुणवत्ता का मामूली पता चलता है लेकिन उसमें घुलनशील खनिज पदार्थ की मात्रा का पता नहीं लग पाता हैं। इसलिए पानी में खनिज पदार्थ की मात्रा की सही जानकारी के लिए टीडीएस मीटर उपकरण की आवश्यकता होती है।
जिस पानी में खनिज पदार्थ के ठोस अंश की मात्रा 300-500मिली ग्राम/ लीटर तक का अंश (स्तर) हो वो पानी सही यानी पीने योग्य माना जाता है।
               पीने के पानी में घुले खनिज पदार्थ के अंश को जानने के लिए, अपने-अपने घरों में इस तरह का उपकरण होना चाहिए। ताकि हम हर दूसरे-तीसरे महीने में पानी के टीडीएस की जांच खुद कर सके..... जैसे बुखार मापने के लिए करीब सभी घरों में थर्मामीटर रखते है और बुखार महसूस होने पर थर्मामीटर से जांच कर इलाज की व्यवस्था करते है ठीक वैसे ही "टीडीएस मीटर" से पानी की शुद्धता को जांच कर, आगे की कार्रवाई करें। यानी अगर विशुद्ध पानी हो तो उसे मिनरल (साफ) करने की व्यवस्था कर सकते है।
               अपने तथा अपने परिवार को विशुद्ध जल से बचा सकते हैं। विशुद्ध पानी हमें कई बिमारियों की चपेट में ले सकता हैं।
हमें इस बात को विषेश रूप से ध्यान में रखना होगा कि "स्वास्थ्य ही संपद" है।
साथियों, अब तक हमने जाना टीडीएस और उसके अधिक मात्रा से हमारे शरीर को नुकसान पहुंच सकता हैं। साथ ही हमने जाना टीडीएस मीटर की आवश्यकता के बारे में...... इसके बाद आज के लेख के जरिए हम जानेंगे इस उपकरण का प्रयोग कैसे किया जाता है .......।
आईए, टीडीएस मीटर के प्रयोग करने की विधि पर नजर डालते है- यह मीटर, एक छोटा सा उपकरण है, जो ज्यादा महंगा नहीं है। आसनी से हम इसे खरीद सकते है। अलग-अलग कंपनियां विभिन्न सुविधाओं के साथ इसे बाजार में बेचती हैं। सुविधाओं के अनुसार किमत होती है पर यह ज्यादा किमती उपकरण नहीं है।
यह टीडीएस मीटर मेडिकल स्टोर्स (सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट्स) की दूकानों पर पाई जाती हैं या फिर आप इसे ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं।
               आज का जमाना डिजिटल का है अतः यह उपकरण डिजिटल खरीदना ठीक रहेगा क्योंकि उपयोग करने में आसानी होगी। डिजिटल मीटर में रीडिंग लेने और डिग्री के हिसाब की जरूरत नहीं होती हैं। बैटरी चालित उपकरण को थोड़ी देर पानी में रखें फिर कुछ ही समय बाद पानी में टीडीएस की मात्रा दिखाई देगा।
डिजिटल टीडीएस मीटर के सामने की ओर तीन बटन (स्वीच) होते हैं- (1) स्टार्ट
                               (2) होल्ड
                               (3)टेम्प बटन
टीडीएस मीटर के स्टार्ट बटन को दबा कर उसके निचले हिस्से को करीब दो इंच पानी के अंदर रखते है। उसके बाद उस पानी को हाथों से थोड़ी देर घुमाकर (हिलाकर) छोड़ दे। ऐसा इसलिए किया जाता है कि अगर पानी के अंदर हवा का कुछ अंश हो तो वे हट जाते हैं। करीब 10-15सेकैंट (sce) में ही मीटर में रीडिंग दिखाई देता है। टीडीएस मीटर बता देता है, जिस पानी की जांच की जा रही है उसका टीडीएस कितना है।
रीडिंग देखने के बाद मीटर को पानी से बाहर निकले और होल्ड वाला बटन दबाएं। ठीक से रीडिंग देखने के बाद टीडीएस मीटर को वापस मोड़ पर लाने के लिए टेम्प बटन दबाना चाहिए।
इस तरह बड़े आसानी से हम अपने पेय जल के टीडीएस की जांच इस छोटे से उपकरण द्वारा कर सकते है। और जरुरत पड़ने पर सावधानी बरत सकते हैं।
           दोस्तों, टीडीएस का इस्तेमाल कर अपने पीने के पानी के शुद्धता का पता घर बैठे आसानी से लगा सकते है। हमें उम्मीद है इस लेख की "टीडीएस मीटर" की जानकारी आपके जरुर काम आएगी......।
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