इंडोर थर्मामीटर--------

      दोस्तों, हम सभी थर्मामीटर नामक उपकरण से परिचित हैं। हम यह भी जानते हैं कि इसके जरिए हमारे (मनुष्य) शरीर के तापमान अर्थात बुखार के ताप की जांच की जाती है। आपको शायद यह भी बताने की जरुरत नहीं है कि थर्मामीटर कई प्रकार के होते हैं।
यहां कई प्रकार से तात्पर्य है- सिर्फ शरीर के तापमान को मापने के लिए ही नहीं बल्कि इसके अलावा और भी चीजों व जगहों के तापमान को मापने के लिए अलग-अलग थर्मामीटर होते हैं। 
उन्हीं थर्मामीटरों में से आज एक  थर्मामीटर उपकरण की चर्चा करेंगे .....

इस लेख में हम "इंडोर थर्मामीटर" की जानकारी लेंगे। इस तरह का थर्मामीटर कैसा होता हैं, इसे कैसे उपयोग में लेते हैं तथा इसके उपयोग से क्या फायदे  हैं .......? जानेंगे .....
तो आइए जानते हैं इंडोर थर्मामीटर है क्या .....
             यह एक प्रकार का तापमापी उपकरण है। जैसे मनुष्य के शरीर के तापमान (बुखार) को मापने के लिए "क्लिनिकल थर्मामीटर" (मर्करी/पारा थर्मामीटर) की आवश्यकता होती है वैसे ही मनुष्य जहां रहता है यानी जिस घर में रहता है वहां के पर्यावरण के परिवेश के तापमान की जांच "इंडोर थर्मामीटर" से की जाती है। 
इस प्रकार के थर्मामीटर को दीवार थर्मामीटर (Wall Tharmametr) कहा जाता है।
विशेष शोध के अनुसार, यह जानना आवश्यक है कि हम कितने तापमान के परिवेश में रहते हैं....? इसलिए दीवार थर्मामीटर की जरूरत होती है जो हमें हमारे परिवरण के परिवेश के तापमान को जानने में मदद करता है।
अतः अपने घर, कमरे, ऑफिस आदि जैसे जगहों के इंडोर तापमान को जानने की इच्छा रखने वाले दीवार थर्मामीटर (इंडोर थर्मामीटर)का उपयोग कर सकते हैं।
यहां हम दो प्रकार के इंडोर थर्मामीटर की जानकारी लेंगे.....
1-: दीवार में टांगने वाला इंडोर थर्मामीटर और 
2-: मैज में स्टेंड करने वाला इंडोर थर्मामीटर

*दीवार में टांगने वाला इंडोर थर्मामीटर- इस तरह के थर्मामीटर प्लास्टिक और लकड़ी फ्रेम के साथ पाएं जाते हैं। जो करीब 10इंच से 15इंच लम्बा स्केलनुमा होता है। इसके ऊपरी ओर बॉडी में एक छोटा छेद बना रहता है। जिसके माध्यम दीवार थर्मामीटर को कमरे के दीवर के हुक्क अथवा कील में टांगा जाता है। इसके अलावा बॉडी के ऊपर से नीचे तक तापमान के अंक अंकित रहते हैं।
          इन थर्मामीटरों में लाल रंग के इंडिकेटर रहते हैं। जिससे तापमान के अंक पढ़ने में आसन होता हैं। लाल इंडोर दरअसल, लाल रंग का अल्कोहल (खनिज स्प्रिट/ गैर विषैले स्प्रिट) होता हैं। मनुष्य के शरीर के तापमान को मापने वाले थर्मामीटर में मर्करी (पारा) रहता हैं और इस तरह के इंडोर थर्मामीटर में मर्करी की जगह "लाल अल्कोहल" भरा रहता है।
दीवार थर्मामीटर उपकरण को दीवार में टांगने के कुछ समय के बाद से वह कमरे के तापमान (वर्तमान) को दर्शाता रहता है। जिससे कमरे के तापमान का पता आसानी से लगता रहता हैं।

*स्टेंड इंडोर थर्मामीटर- कमरे के तापमान को मापने के लिए स्टेंड या घड़ी आकार का इंडोर थर्मामीटर उपकरण भी Use कर सकते हैं। इनकी बॉडी प्लास्टिक की बनी होती हैं। LCD डिजिटल  "क्लाक सेट", स्टेंड थर्मामीटर बड़े-बड़े अंकों के साथ पाया जाता हैं। साधारण तौर पर अंक काले व सफेद रंगों के होते हैं जिस कारण इनके अंक स्पष्ट दिखाई देते हैं।
डिजिटल स्क्रीन पर तापमान की संख्या साफ- साफ दिखाई देता हैं।
इनमें कई प्रकार के फंगशन जुड़े रहते हैं। कमरे के तापमान को दर्शाने के अलावा- समय, दिनांक, अलार्म आदि फंगशनों के साथ ये बाजार में उपलब्ध हैं। 
घड़ी रुपी (Clock) उपकरण को दीवार पर टांगा  जा सकता हैं और स्टेंडरुपी उपकरण को भेज, टेबल या ऐसे ही किसी ऊपरी समतल पर रखा जा सकता है।
            इंडोर स्टेडं थर्मामीटर बैटरी और इलैक्ट्रिक दोनों के माध्यम हम इसे उपयोग में ले सकते हैं। 
कमरे या ऑफिस के तापमान को मापने के लिए इस तरह का छोटा उपकरण Use किया जा सकता हैं।
दीवार थर्मामीटर के बायीं ओर C तथा दाहिने हाथ की ओर F अंकित रहता हैं। यहां C सेल्सियस को और F फारेनहाइट को अंकों दर्शाता हैं। यानी यह तापमान की मात्रा होती है। इंडोर थर्मामीटर 50-60 डिग्री सेल्सियस और 0-120 फारेनहाइट तक मापने का संकेत देता हैं।
विभागीय वैज्ञानिकों के अनुसार ये, अधिकत्म व न्यूनतम तापमान के अंक को बतलाता हैं।
चमकिले तथा मोटे अक्षर होने के कारण दूर से ही इनके अंकों को रीडिंग किया जा सकता हैं। इसे पढ़ने में कोई दिक्कत नहीं होती।
इस प्रकार दो तरह के इंडोर थर्मामीटर का Use हम कर सकते हैं।
दोस्तों, आप में से कई लोग सोच रहे होंगे इस तरह के थर्मामीटर के Use से आखिर फायदा क्या होगा ? Room के तापमान को जानने के क्या कारण हैं......?
तो चलिए दोस्तों, इसके फायदे के बारे में जानकारी ले लेते हैं ....।
दरअसल, हम कितने तापमान में रह रहे हैं यह जानना जरूरी हैं। इससे हम अपना जीवन सहज व स्वाभाविक तौर पर गुजार सकते हैं। तापमान जानकर हम सतर्क और सावधान रह सकते हैं। मनुष्य का शरीर अधिक तापमान को सह नहीं पाता जिसके कारण कई तरह की शारीरिक समस्या (बिमारियां) आ सकती हैं।
जानकारों के अनुसार साधारणतया कमरे का सामान्य तापमान 20 से 25 डिग्री सेल्सियस तथा 70 से 75 फारेनहाइट होता हैं। इससे कम या ज्यादा तापमान होने पर हमें सावधानी बरतनी चाहिए।
Room Temperature (रुम टेमप्रेचर) जांचना इसलिए भी आवश्यक पड़ जाता है कि कमरे के अंदर की हवा का बहाव, आद्रता आदि के मुताबिक Use कर रहे इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं को ठीक से संचाल कर सके। जैसे- पंखा, कूलर, ऐसी, रुम हीटर, फ्रीज आदि .....।
 इस लेख के जरिए हमने जाना इंडोर थर्मामीटर का Use, हमारे स्वास्थ्य और कमरे में Use कर रहे इलेक्ट्रॉनिक चीजों के प्रति सतर्कता दिलाता हैं। 
              अतः इंडोर थर्मामीटर से अपने पर्यावरण के वातावरण के तापमान को आसानी से जांचा जा सकता हैं और जांचना भी चाहिए।
 दोस्तों, हम उम्मीद करते हैं यह लेख जरुर आपके काम की होगी ......।
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