ट्रैक्शन ट्रिटमेंट--------

              यह ट्रिटमेंट आर्थोपेडिक क्षेत्र से जुड़ा एक प्रकार के चिकित्सा पद्धति के अंतर्गत आता है।
               दोस्तों, आज का लेख "ट्रेक्शन ट्रिटमेंट" के द्वारा आर्थोपेडिक के दर्द से राहत दिलाने की जानकारी देने की कोशिश करेंगा।
यह पद्धति बहुत पुराने उपचारों में से एक है। अन्य थेरेपी की तरह इस उपचार को भी प्रयोग में शामिल कर सकते हैं।
इसका उपचार विशेष दो प्रकार से किया जाता है ..... (1) मैनुअली (2) डिजिटली
आर्थोपेडिक क्षेत्र का मैनुअली ट्रेक्शन ट्रिटमेंट कई उपकरणों के माध्यम किया जा सकता हैं।
जैसे- बेल्ट, सर्वाइकल कॉलर, नी-कैप, टैक्शन आदि तथा डिजिटल टैक्शन का उपचार टैक्शन मशीन के द्वारा किया जाता है।
टैक्शन ट्रिटमेंट द्वारा विशेष तरीके से शरीर के बाहरी हिस्सों में दबाव डालकर या शरीर के विशेष अंगों को खिंचकर किया जाता हैं। जिससे व्यक्ति दर्द से राहत महसूस करता है।
दरअसल, टैक्शन द्वारा ट्रिटमेंट का मुख्य उद्देश्य है कि व्यक्ति के मसल्स पेन (दर्द), हड्डियों का फैक्चर, मांसपेशियों में कठोरता से दर्द आदि को रिकवर कराना हैं।
टैक्शन ट्रिटमेंट के बाद व्यक्ति अपनी समस्या से राहत महसूस करता हैं।
यह उपचार व्यक्ति को सीधे पीठ के बल लेटाकर या फिर सीधे बैठकर किया जाता हैं। ताकि शरीर के विशेष हिस्से में या अंग में ठीक से दबाव दिया जा सके अथवा विपरीत दिशा में खिंचाव के माध्यम उपचार किया जा सके।
संक्षिप्त या सीधे तौर पर जाना जाए तो टैक्शन ट्रिटमेंट व्यक्ति के शरीर के ऊपरी हिस्से यानी गर्दन और उसके आसपास तथा शरीर के निचले हिस्से यानी पीठ, हिप्स, घुटनों आदि जगहों पर किया जाता हैं।
टैक्शन ट्रिटमेंट के लिए आमतौर पर- Head Helter, Spreader Bar, Over Headbanger, Nylon Cord or Cloth Bag की जरूरत होती हैं।
आर्थोपेडिक का ट्रैक्शन ट्रिटमेंट विभिन्न चिकित्सा संस्थानों में किया जाता हैं। इसके अलावा इसका घरेलू उपचार भी करते हैं। घर पर भी इसका ट्रिटमेंट किया जा सकता हैं।
दोस्तों, इस लेख में हम आपको चार प्रकार के टैक्शन किट (Kit) और उसके माध्यम उपचार के बारे में बतलाने की कोशिश करेंगे।
 इन जानकारी के माध्यम हम चाहेंगे आपको कुछ मदद मिले ......।
*KITS:- सर्वाइकल, लम्बर, पेल्विक, स्किन .....।

1) सर्वाइकल-: इस किट (Kit) के माध्यम व्यक्ति के सर्वाइकल (ग्रीवा/ गर्दन की ओर की रीढ़ की हड्डी) का इलाज होता है। हल्के दबाव के साथ व्यक्ति के गर्दन के आसपास के हिस्सों के दर्द का इलाज किया जाता है।
2) लम्बर-: पीड़ित व्यक्ति के पीठ व हिप्स के हिस्सों में दर्द से राहत महसूस कराने में टैक्शन का लम्बर किट मददगार है। लम्बर Kit के माध्यम पीठ और हिप्स में खिंचाव के साथ दर्द खत्म किया जाता हैं।
3) पेल्विक-: इस Kit से व्यक्ति के शारीरिक दबाव का उपयोग कर उसके शरीर के कार्यप्रणालियों को ठीक करने का प्रयास किया जाता हैं। अर्थात शरीर में दबाव डालकर उसके शरीर के सबसे अहम अंगों/हिस्सों (भीतरी) को सचेत (Active) कर सही तौर पर काम करने में मदद करता हैं।
4) स्किन-: इस Kit में हमें मरहम, पट्टी और एप्लीकेटर (केश-लुंचक/ अनचाहे बालों को निकालने का उपकरण) मिलता हैं। अल्सर से पीड़ित व्यक्ति के स्किन के लिए इस तरह के टैक्शन किट (Kit) की जरूरत पड़ती हैं।
यहां बताते चलें कि अगर-अलग समस्याओं के लिए ऐसे अलग-अलग किट उपलब्ध हैं। टैक्शन किटों का इस्तेमाल कर अलग-अलग उपचार किया जाता हैं। उपचार के बाद दर्द से पीड़ित व्यक्ति आराम महसूस करता हैं।
आर्थोपेडिक क्षेत्र का यह इलाज हमेशा डाक्टर की सलाह से ही करना चाहिए। कारण, मरीज़ का इलाज उसके समस्या के अनुसार कब, किस-किस समय और कितनें दिनों तक चलता रहेगा यह बात डाक्टर बतलाते हैं।
व्यक्ति के समस्या के अनुसार ही डॉ बतलाते हैं कि उसके शरीर में कितने दबाव (मात्रा) की जरूरत है या कितने खिंचाव की जरूरत है। 
इस तरह के उपचार में वजन के साथ दबाव डाला जाता हैं। अतः वजन की मात्रा इलाज में अहम रोल निभाता है जिसकी सटीक जानकारी डाक्टर ही दे  सकते हैं।
बिना दवाई का यह इलाज लोगों के लिए अत्यंत सफल साबित होता हैं। मरीज बहुत जल्द अपने दर्द (आर्थोपेडिक) से राहत महसूस कराने लगते है। 
अतः टैक्शन थेरेपी का इलाज आम लोग ले सकते हैं।
आशा है इस लेख में दी गई "टैक्शन ट्रिटमेंट" की जानकारी से आप लोगों को मदद मिलेगी....।
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