लेजर थेरेपी --------

              लेजर एक ट्रिटमेंट प्रक्रिया है। यह तेज और सीधी किरण हैं। व्यक्ति के त्वचा के ऊपरी व भीतरी सतह पर लेजर (किरण) के माध्यम उपचार किया जाता हैं। जिसे "लेजर थेरेपी" कहते है।
             चिकित्सा के रूप में इसका उपयोग किया जाता है। चिकित्सक कई चिकित्सा में लेजर थेरेपी इस्तेमाल करते हैं। लेकिन यह ट्रिटमेंट काफी महंगा होता है।
इसका उपचार व्यक्ति के लिंग, उम्र, स्वास्थ्य, जीवनशैली आदि पर निर्भर करता हैं। जो काफी महत्वपूर्ण है।
लेजर थेरेपी के जरिए दो तरह के इलाज किए जा सकते हैं ....... शारीरिक और कॉस्मेटिक।
*शारीरिक -: इसके अंतर्गत कैंसर, टियूमर, मोतियाबिंद, पीठदर्द आदि आते हैं।
*कॉस्मेटिक -: इसके अंतर्गत फेशियल, बेदाग त्वचा, अनचाहे बालों को हटाना, झूर्रियां हटाना आदि आते हैं।
लेजर थेरेपी के माध्यम इस तरह के कई इलाज किए जाते हैं और ये इलाज काफी लोकप्रिय भी है। लेकिन एक्सपर्ट के अनुसार यह उपचार हमेशा पर्मानेंट हो, ऐसा नहीं है। कुछ चिकित्सा का समाधान हमेशा के लिए हो जाता हैं, कुछ इलाजों में कई सीटींग करनी पड़ती हैं यानी एक से ज्यादा बार लेजर करवानी पड़ जाती हैं और कईयों में  महिनों या वर्षों तक के लिए समस्या खत्म हो जाती हैं।
दोस्तों, लेजर थेरेपी तकनीकी प्रक्रिया चिकित्सक के अनुसार भिन्न -भिन्न होते हैं। कुछ इलाज प्रक्रिया सीधे व्यक्ति के त्वचा पर किया जाता हैं तो कुछ इलाज ऐसे हैं जिनमें एंडोस्कोपी का उपयोग कर लेजर किया जाता हैं। अलग-अलग प्रक्रिया के लिए अलग-अलग लेजर Use किया जाता हैं। जैसे- लो लेवल लेजर, आर्गन लेजर, CO2 लेजर, वाईएजी लेजर आदि ......।

लेजर थेरेपी उपचार में कुछ सुविधाएं और कुछ असुविधाएं हैं....
सुविधाएं:- आम सर्जिकल उपकरणों के मुकाबले लेजर थेरेपी को ज्यादा ठीक समझा जाता है। क्योंकि इस टिटमेंट के लिए व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं होती, उपचार में समय कम लगता है, व्यक्ति के शरीर में या तो कट छोटा लगता हैं या फिर नहीं लगता। आदि सुविधाएं हैं लेजर थेरेपी इलाज में ...
असुविधाएं:- इस उपचार के बाद त्वचा में ढिलापन आ सकता है, त्वचा में सूजन हो सकता है, त्वचा के लाल हो जाने की संभावना भी रहती है, किसी -किसी के शरीर में दर्द भी हो सकता हैं आदि। इस तरह की असुविधाओं का सामना लोगों को करना पड़ सकता हैं।
लेजर थेरेपी में कई लोगों के साथ असुविधाएं हो सकती हैं लेकिन चिकित्सक इसका "उपाय" बतला देते हैं जिससे इनका हल बड़ी आसानी से हो जाता है।
उपाय:- चिकित्सक के अनुसार लेजर थेरेपी लेने के बाद व्यक्ति को अपनी त्वचा हल्के हाथों से साफ करनी चाहिए, ढिली त्वचा के लिए विटामिन-सी लेने की सलाह दी जाती है ताकि त्वचा में कसाव  आए, उपचार के बाद त्वचा के सूजन और लाल होने पर दवा दी जाती है। जिससे ये जल्द ठीक हो जाता हैं। चिकित्सक के बतलाते उपायों को मान कर चलने से, लेजर थेरेपी के बाद इस तरह की शिकायतें आए तो दूर हो जाती हैं। 
जानकारों के मुताबिक लेजर थेरेपी, तेज किरणों के जरिए त्वचा के माध्यम किया जाता हैं इसलिए कई व्यक्तियों को शरीर में दर्द का अहसास होता हैं। फिर कईओं को नहीं भी होता। दरअसल, जिन लोगों पर लेजर का प्रयोग किया जाता हैं उनके शारीरिक प्रतिरोध क्षमता पर दर्द का होना व न होना निर्भर करता हैं। सिर्फ दर्द ही नहीं बल्कि और भी अनेक शारीरिक समस्याओं को झेलना पड़ता हैं। इसलिए लेजर थेरेपी करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना अति आवश्यक है। चाहे  शारीरिक उपचार हो या कॉस्मेटिक उपचार .....।
        
लेजर थेरेपी के माध्यम उपचार करने से पहले चिकित्सक उनसे (व्यक्ति) कुछ बातें शेयर करते हैं ...... उपचार करवाने वाले व्यक्ति से पूछा जाता है कि *थेरेपी के बाद घर ले जाने के लिए उनके साथ कोई अपना आया है? क्योंकि इस उपचार के उपरांत अगर व्यक्ति को कोई समस्या आई तो किसी का साथ होना जरूरी है।
*थेरेपी लेने के कुछ दिनों पहले से कुछ खास दवाएं बंद कर दी जा सकती हैं।
*यदि नेत्र संबंधित उपचार हो तो मरीज की उम्र देखी जाती है कि वह 18वर्ष के ऊपर की आयु का हो....आदि। इस तरह की और भी कई जानकारियां ले ली जाती हैं। ताकि डाक्टर और मरीज दोनों को परेशानी न हो ....।
लेजर थेरेपी उपचार एक "संवेदनशील उपचार" होता है। कुछ मामूली शारीरिक परेशानियों के अलावा यह इलाज पूरी तरह से सुरक्षित है। अतः बिना डरे, बेहिचक इसके बारे में सोचा जा सकता है...... और बिना अस्पताल में रह कर (भर्ती के) विशेष इलाज करवाया जा सकता हैं 
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