आकृष्ट प्लेटफार्म---

🙏 दोस्तों,

                  देश के कई छोटे-बड़े शहरों में अनेक शोपिंग मॉलस हमने देखें। हमने वहां से शोपिंग भी की हैं। मॉल से शोपिंग करने का फैसन जो था। वहां  जाकर ऐसी (AC) की ठंडक में, अपने पसंद का, अपने बजट का, कई भराईटी देख विभिन्न सामग्री शापिंग किये जाने का शोक हमने पाल रखा था। लोगों में शोपिंग मॉल का काफी क्रेज हुआ करता था।

बड़ा आकृष्ट प्लेटफार्म हुआ करता था। करीब हर वर्ग के लिए। लेकिन इन दिनों यानी पिछले कुछ सालों से ऐसा देखने को नहीं मिल रहा है।

दरअसल, लॉकडाउन ने हमारे कई अभ्यासों को बदल कर रख दिया। लॉकडाउन के कारण एक लम्बे समय से लोग मॉल में शोपिंग करने नहीं जा पाए। इस वजह से कोविड-19 के दौरान लॉकडाउन के बाद से मॉल्स से शोपिंग करना बंद सा हो गया है। 

लॉकडाउन के कारण एक लम्बे समय तक मॉल्स में लोगों का आना-जाना नहीं हो पाया। फलत: शोपिंग मॉलस खाली-खाली से दिखाई देने लगे। वहां लोगों का आना-जाना करीब-करीब बंद सा हो गया है। 

जब वहां खरीदारी नहीं के बराबर होने लगी तो मॉल्स के खर्चे भी निकालना कठिन सा हो गया। धीरे-धीरे, एक-एक कर देश के छोटे-बड़े मॉल्स बंद होने लग गये। 

मॉल्स में काम करने वाले हजारों की संख्या में लोगों की नौकरी भी चली गई। बेरोजगारी की संख्या बढ़ गई।

कोविड-19 के लंबे समय के बाद लोगों में वहां का क्रेज खत्म सा हो गया। लॉकडाउन के बाद लोग वहां घुमने या  मूवी देखने आया-जाया करने लगे। पर खरीदारी नहीं के बराबर होने लगी। अतः इनका प्रभाव मॉल्स के खर्चे पर पड़ने लगा और मॉल्स बंद होने लगे।

लॉकडाउन होने पर लोगों का मॉल्स के प्रति आकर्षण बहुत कम हो गया परन्तु इसके कुछ अन्य कारण भी बताएं जा रहें हैं...।

शोपिंग मॉल्स खाली होने या बंद होने के पिछे मुख्य कारण कोविड19 का लॉगडाउन तो है ही, साथ ही अन्य कारणों में OTT Platform (ओटी प्लेटफार्म) की हिस्सेदारी भी अहम है।

देश के उपभोक्ताओं के लिए OTT आकर्षक का केंद्र बन गया है। इसलिए लोगों में  मॉल्स का क्रेज खत्म सा हो गया।

रीपोर्ट के अनुसार हमारे देश में करीबन 57 छोटे-बड़े OTT Platform हैं। जिनमें से अधिकतर OTT ने बाजार में कब्जा कर रखा है।

दोस्तों, क्या आप जानते हैं- OTT क्या है...?

इस प्लेटफार्म के साथ जुड़े होने के बाबजूद अधिकांश लोग नहीं जानते कि OTT क्या है या किसे कहते है?

कोई बात नहीं... आइए हम आपको बताते हैं यह कौन-सा प्लेटफार्म है?

OTT Platform:- Over The Top इसका फुल फार्म है। OTT Platform एक मार्केटिंग सर्विस Platform हैं। यानी मोबाइल, कंप्यूटर, लैपटॉप आदि तकनीकी के जरिए उपभोक्ताओं को घर बैठे वराइटी की सामग्रियों के संभार को मूल्य सहित देख समझ कर खरीदने का मौका देती हैं। सीधे और सरल शब्दों में हम कह सकते है यह एक इंटरनेट द्वारा चलाई जाने वाली ओडियो-विडिओ वाली विज्ञापन केन्द्र है।

इसके कारण e कॉमर्स की हिस्सेदारी काफी मात्रा में बढ़ रही है। अमेजन, फिलीपकार्ड हरेक छोटे-बड़े शहरों और गांवों में घर बैठे शोपिंग का मौका देता है। 

         उन्हें घर बैठे-बिठाए सामग्री उपलब्ध हो जातें हैं। ना पसंद पर वापस या पलटने का मौका भी देती हैं। आए दिन बराईटी देखने को मिलता हैं। नई-नई छोटी-बड़ी सामग्री किफायती कीमत में घर बैठे मिल जाता हैं।

घर से बाहर निकलने का झंझट नहीं, भीड़, गर्मी, बरसात, आने-जाने का खर्चा जैसी समस्याओं से OTT Platform लोगों को निजात दिलाता हैं। यही वजह है कि लोग मॉल शोपिंग की बजाय OTT की ओर ज्यादा आकृष्ट हो रहें हैं। हर छोटे-बड़े शहर, गांव में यह सेवा उपलब्ध हैं।

OTT Platform लोगों को घर बैठे शोपिंग का बेहतर मौका देती है वहीं दूसरी ओर कई लोगों को इससे रोजगार भी मिल रहे हैं।

शोपिंग मॉल बंद होने के कारण जहां हजारों की संख्या में लोगों की नौकरी गई है वहीं दूसरी ओर OTT के चलते लोगों को नौकरी भी मिलीं हैं।

          आधुनिक युग का बेहतरीन प्लेटफार्म है OTT Platform. लेकिन इसी के चलते कहीं न कहीं मॉल से जुड़े व्यापारियों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा हैं। वैसे कुछ लोगों की राय के अनुसार मॉल में लगाएं भारी मात्रा की धनराशि को दूसरे  प्रकार से फायदे की ओर ले जाया जा सकता हैं। 

कुछ लोगों की राय के अनुसार मॉल में कई प्रकार के संस्था खोले जा सकते हैं। मूवी के साथ जीम, पढ़ना-पढ़ाना, शिक्षा योग्य वर्क शॉप, ऑफिस बगैरे।

इस प्रकार के ओर भी पब्लिक सर्विस संस्थान खोले जा सकते हैं। मॉल में लगाएं धनराशि को प्राप्त किया जा सकता हैं।

कुल मिलाकर देखा जा रहा है, लोग आजकल शोपिंग मॉलस के OTT Platform की ओर आकृष्ट हो गये हैं। अब तो हर एक छोटी-बड़ी चीज ऑनलाइन करना लोगों को ज्यादा लूभा रहा है.....। उनके लिए यह सुनहरा मौका माना जा रहा है...।

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