दूकानों वाला फ्रिज---

नमस्कार दोस्तों,

                         घरेलू फ्रिज और दूकानों वाले फ्रिज अलग होते हैं। इनमें कई भिन्नताएं होती हैं। आज़ के लेख में हम दूकानों में Use करने वाले फ्रिजों की बात करेंगे। 

आमतौर तौर पर इन्हें डीप (Deep) फ्रिज कहा जाता है। दूकानों में Use करने वाले कई टाइप के फ्रिज होते हैं। जिनके बारे में हम यहां आपको अलग-अलग जानकारी देने की कोशिश करते हैं।

डीप फ्रिज, चिल्ड फ्रिज, स्टैंड फ्रिज, चोकलेट फ्रिज आदि। यानी हम कह सकते है- कोल्डड्रिंक्स, आइसक्रीम और चोकलेटों को रखने के लिए  अलग-अलग फ्रीजों का इस्तेमाल किया जाता हैं। दूकानदार अपने दूकानों में इन्हीं फ्रिजों का इस्तेमाल करते हैं। 

यहां हम पहले बात करते हैं.... 

✓डीप फ्रिजर की... इस प्रकार के फ्रिज चोकोरनूमा होते हैं। इनकी ऊंचाई करीब-करीब एक आम इंसान के कमर तक की होती है। इनमें डोर ऊपर की ओर होते हैं। डीप फ्रीजर दो बॉक्स वाले भी होते हैं। उनके दो अलग-अलग डोर होते हैं। 

अंदर रैंक, बास्केट या पार्टिशन की व्यवस्था रहती हैं। इनके अंदर हर कंपनी के कोल्डड्रिंक्स की बोतलें, कैन, पानी की बोतलें, ड्रिंक्स पाउच, कागज के ड्रिंक्स कैन, दूध, दही, लस्सी आदि, इस प्रकार की चीजों को ठंडा और फ्रेश रखने के लिए रख सकते हैं। 

बास्केट में कोल्डड्रिंक्स की सबसे छोटी बोतलों को अलग से रख सकते हैं। ताकि छोटी बोतलें बड़ी बोतलों के नीचे दब न जाए व ढूंढने में दिक्कत न हो।

          इन फ्रिजों में इकट्ठे बहुत सामान रखा जा सकता है। क्योंकि काफी बड़े स्पेस वाला यह फ्रिज होता है। दूकानदार सामानों को आसानी से फ्रिज से निकाल भी सकते हैं। 

लेकिन इनमें आइसक्रीम नहीं रखा जा सकता। असल में इनमें करीब -2से-18 डिग्री तक की कूलिंग सिस्टम रहती है। और आइसक्रीम के लिए चिल्ड कूलिंग की जरूरत पड़ती है। जो -डिग्री पर रखा जा सकता है। 

वैसे डिप फ्रिंजर,  सिंगल डिप व सिंगल चिल्ड तथा दोनों सिस्टमों के साथ भी पाया जाता हैं। 

साधारण तौर पर दूकानों के लिए 500 लिटर वाला फ्रिज सही रहता है। अब अगर सेल के हिसाब से देखा जाए तो थोड़े कम या अधिक लिटर का भी लिया जा सकता है। 

इसके क़ीमत की बात करें तो बजट के हिसाब से मूल्य में उतार-चढाव देखने को मिलता है। फिर भी तीस-पैंतीस हजार तक में ये आ जातें हैं।

इस तरह के फ्रिजों को 24 घंटों में 5-6घंटे ही चलाकर रखने से अंदर के सामान कूल रहते हैं। अतः बिजली भी उसी के अनुसार ख़र्च होता है। लेकिन कमाई पर ध्यान दिया जाए तो नुकसान नहीं है।

स्टेंड फ्रिज...इस तरह की फ्रिजों की हाइट (ऊंचाई) होती है। ये ज्यादा चौड़े नहीं होते। डोर के सामने कांच लगा रहता है। जिससे अंदर रखे सारे प्रोडक्ट दिखाई देते हैं। 

एक खरीदार को बाहर से ही दिखाई देता है कि अंदर किस कंपनी की, किस साइज की कोल्डड्रिंक्स और कैन रखे हैं। कारण एक तो अंदर लाइट जलती है दूसरे डोर के सामने ग्लास (कांच) लगा रहता है।

अतः स्टैंड डीप फ्रिजर के फोर्नट ग्लास डोर से दूकानदार तथा खरीदार दोनों को सुविधा होती। ग्लास डोर खरीदार को आकर्षित भी करता है। जो व्यापारीक तौर पर फायदेमंद साबित होता है। 

इनके अंदर कोल्डड्रिंक्स की अनेकों बोतलें सजाई जा सकती हैं। 

स्टेंड फ्रिज लूकिंग, कूलिंग और लाइटिंग में व्यापारी को सुविधा देता है। 

कूल मिलाकर ये फ्रिज डीसप्ले और  कूलिंग के लिए के लिए अच्छा माना जाता है। 

चिल्ड सिस्टम फ्रिज.... दूकानों में Use करने वाले अन्य फ्रिजों से, ये जरा हट कर होता है। क्योंकि इनमें आइसक्रीम, बर्फ़, छिले मटर पैक (सफोला) जैसे सामानों को स्टोर किया जाता है। जिससे वे गलते नहीं है बल्कि ठोस रहते हैं। कूल और फ्रेश भी रहते हैं। 

इस तरह की चीजें दूसरे दूकानों वाले फ्रिजर (डीप फ्रिजर) में रखने से ठंडे तो रहते हैं लेकिन ठोस अवस्था में नहीं रहते। ठोस रखने के लिए इसमें जिस तापमान डीग्री की ज़रूरत होती है, चिल्ड फ्रिजर में उसकी व्यवस्था रहती है। 

चिल्ड सिस्टम फ्रिजर में आप कोल्डड्रिंक्स, दूध, दही, लस्सी आदि नहीं रख सकते क्योंकि ये ठोस हो जातें हैं इनमें बर्फ़ जम जातें हैं तथा उस वजह से इनके स्वाद में भी फ़र्क आ जाता हैं। 

इसलिए एक दूकान को ठोस और लिक्विड दोनों प्रोडक्ट रखना है तो दो प्रकार के फ्रिज रखने होंगे। डीप फ्रिजर और चिल्ड सिस्टम फ्रिजर....।

चॉकलेट फ्रिज.... ये फ्रिज छोटे और सपाट आकर में उपलब्ध होते हैं। इनके बाक्स की ऊंचाई लगभग 40-45, चौड़ाई-45-50, और डीपनेस 40-45 तक में पाए जाते हैं। 

आमतौर पर ये 30लीटर के आसपास मिल जाते हैं। इन्हें किसी स्टेंड, शोकेस या काउंटर टेबल पर रखा  जाता हैं। 

इनमें ऊपरी डोर लगे होते हैं, जो ऊपर की ओर खुलता है। डोर पर ग्लास या पार्दशक फाइन प्लास्टिक लगे होते हैं। 

ऊपर से सभी प्रकार के चॉकलेट, जेम्स, टॉफी दिखाई देते हैं। जो काफी सुविधाजनक है। बच्चे खरीदार और दूकानदार दोनों के लिए सुविधा है।

दोस्तों, अब तक हमने विभिन्न दूकान वाले फ्रिजों के बारे में जाना। अब जान लेते हैं इन फ्रिजों से जुड़े कुछ और बातें ....।

आमतौर पर दूकानों में रखने वाले फ्रिजर कंपनियां उपलब्ध करवाती हैं। इनमें रखें जाने वाले सामानों की कंपनियां अपनी ओर से दूकानदारों के दूकानों में अपना सामान बेचने के लिए देती हैं। लेकिन कंपनी के कुछ रुल्स होते हैं। जिन्हें दूकानदार के लिए मानना जरूरी होता हैं।

अलग-अलग कंपनियां अपने नियमों को पूरा कर ही दूकानदार को फ्रिजर उपलब्ध करवाती हैं। 

वैसे साधारण तौर पर कहा जा सकता हैं कि- सेल (बिक्री), आईडी प्रूफ, हाल के बिजली बिल तथा डिपोजिट आदि प्रोसेस के तहत कंपनी दूकानदार को फ्रिजर उपलब्ध करवाती है। जिसे फ्री का कहा जाता है। 

कई कंपनियां ठंड के मौसम में फ्रिज उठा लेती है तो कई है जो नहीं उठाती।

कंपनी के फ्रिजों पर अपने ब्रांड, रंग व सिंम्बल (चिंह) अंकित रहते हैं। रुल के मुताबिक उनकी यह भी शर्त रहती है कि सिर्फ उनके कंपनी के सामान ही फ्रिज में रखकर बेचे। दूसरे कंपनी की इजाजत नहीं देते।

कई बार ऐसा होता है कि दूकानदार अपनी ओर से दूकान की फ्रिजर बाजार से खरीद लेते हैं। क्योंकि, या तो कंपनी वालों को डिपोजिट देना नहीं चाहते या उनके रुल्स निभाना नहीं चाहते। या फिर उन्हें कंपनी के एक फ्रिज से काम नहीं चलता तो खुद बाजार से दूसरा फ्रिज खरीद लेते है। 

बाजार से या ऑनलाइन उन्हें 25 से 50 हजार के लगभग मिल जाते है। वैसे अलग-अलग दूकानी फ्रिजर, कंपनी और बाजार दर के अनुसार भिन्न मूल्य में मिलते है।

इनके फीचर्स की बात करें तो ये हार्ड बॉडी , हार्ड ग्लास, साइलैंट साउंड, इन्वर्टर कंप्रेशर, बेहतर कूलिंग सिस्टम, बास्केट, नोब, लांक, इंडिकेटर, सिंगल डोर, डबल डोर, वारंटी के साथ उपलब्ध होते हैं।

कराने की दूकान, रेस्टोरेंट, आइसक्रीम पार्लर, स्टोर, होटल आदि क्षेत्रों के लिए इस प्रकार के फ्रिजर उपयोगी होते हैं .....।

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