इयरफोन---

नमस्कार दोस्तों,

                      आज के इस लेख में हम इयरफोन की बात करेंगे। जो बगैर तार वाली "इयरफोन" है, यानी वायरलेस इयरफोन...।

लेख में बिना तार वाली इयरफोन की संक्षिप्त जानकारी लेंगे। अगर आप "वायरलेस ईयरफोन" की सोच रहे हैं तो इस बारे में हम आपकी कुछ मदद कर पाएंगे।

यह डिवाइस एक प्रकार का पोर्टेबल स्पीकर होता है।

आजकल लोग ऐसा फोन काफी पसंद कर रहे हैं। खासकर युवाओं के लिए यह एक पसंदीदा फोन है।

तार के झंझटों में न उलझकर, बिना वायर के सुविधा जनक ईयरफोन सबों को लूभा रहा है।

इसमें ईयरबड की बैटरी, DAC, ब्लू टूथ चिप जैसी तकनीक उपलब्ध होते हैं। ईयरबड डिजिटल आसानी से दूसरे ईयरबड से जुड़ता है। 

आरामदायक और स्पष्ट ध्वनि के साथ इसे Use में लिया जा सकता है।

बिना वायर (तार) के इयरफोन से किसी प्रकार की असुविधा नहीं होती। बल्कि, इसे बिना उठाए, कहीं भी आते-जाते स्वतंत्रता पूर्वक इसका उपयोग किया जाता है। 

इससे ऑडियो का लाभ उठाया जा सकता है। गाना सुनना, कहानी सुनकर या किसी से फोन पर बात भी कर सकते हैं। आसपास की आवाज परेशान नहीं करती। बिना किसी को परेशान किये , बिना खुद परेशान हो वायरलेस ईयरफोन से ऑडियो का लाभ उठा सकते है।

दोस्तों, जानकारी के अनुसार वायरलेस इयरफोन को सबसे पहले जापानी कंपनी बाजार में लेकर आयी। अनुमानिक 2015 के अंत तक इस प्रकार के फोन को लॉन्च किया गया था।

ईयरफोन का एक जोड़ा छोटे से एक चोकर केश (बॉक्स) में मिलता हैं। आमतौर पर इस तरह के फोन- डंडे वाली प्लास्टिक बॉडी, बगैर डंडे वाली और रबर लगे डिजाइन में पाएं जाते हैं। 

ये कई तरह के होते हैं। अलग-अलग लोगों के जरुरत के हिसाब से होते हैं। इसे अपने कानों के सेटींग के अनुसार खरीदना चाहिए।

वायरलेस ईयरफोन अलग-अलग कंपनियों के अलग-अलग रंगों में उपलब्ध होते हैं। जैसे कि काला, सफेद, नारंगी, ग्रे, हरा, पीला आदि।

इस तरह के ईयरफोन खरीदते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी हैं। ताकि Use करने में कोई परेशानी न हो... सबसे पहले आपको देखना होगा ईयरबड आपके कानों में ठीक से फिट हो रहा हैं या नहीं? दूसरी बात ज्यादा से ज्यादा ये हल्के होने चाहिए। 

ईयरबड के केश बॉक्स को खोल व बंद कर देख लेना उचित है। आसानी से यह खुल और बंद हो रहा है या नहीं, इसकी जांच कर लेना भी चाहिए। क्योंकि इसी में से ईयरबड निकालना और रखना है। इसमें इसे सुरक्षित रखा जाता है तथा निकालने व रखने में कहीं दबाव पड़ने का खतरा न हो।

इसमें फोन का ड्राइवर काफी महत्वपूर्ण होता है। फोन की ऑडियो (ध्वनि) इसी पर निर्भर करता है। ईयरफोन के ड्राइवर आकर मिमी से कम या अधिक ध्वनि पैदा करता है। वैसे बताया जाता है कि 10मिमी सामान्य ध्वनि उत्पन्न के लिए काफी होता है।

इस डिवाइस के फीचर्स में ध्यान देने वाली ये बातें भी हैं- बाहरी आवाज को यह रोक सकता है या नहीं, देर तक चलने वाली बैटरी, फुल चार्ज पर कितने घंटे चल सकती हैं, कनेक्टिविटी, डिजाइन, स्पष्ट आवाज आदि फीचर्स एबललेबल है या नहीं। जांच के विषय हैं।

दोस्तों, वायरलेस ईयरफोन को सिर्फ खरीदने और Use करने भर तक काम नहीं चलता। लंबे समय तक इस्तेमाल करने के लिए इसके साफ-सफाई की भी जरूरत पड़ती है। अतः समय-समय पर इसे साफ किया जाना चाहिए।

इस तरह के फोन को पानी में डूबोकर साफ नहीं करना चाहिए बल्कि इसके नोक को गिले सूती कपड़े से सावधानी पूर्वक हल्के हाथों से पोंछना चाहिए। पोंछने के बाद पूरी तरह सुखाकर ही दोबारा Use  करना चाहिए। 

अगर पसीने या बारिश के पानी में ये गिला हो जाए तो सूखे सूती कपड़े से पौछकर, अच्छे से सुखाकर फिर इस्तेमाल करना चाहिए। इन्हें महिने में दो-तीन बार साफ करना आवश्यक होता हैं।

हां दोस्तों, साफाई का दूसरा तरीका यह भी है कि इन्हें समय-समय पर डिस्कनेक्ट करके रखना चाहिए।

         मोटे तौर पर वायरलेस ईयरफोन की इतनी जानकारी आपके लिए काफी है। लेकिन एक और बात की सावधानी बरतनी जरूरी है...

जैसा कि हमने अब तक जाना इस प्रकार के फोन के ईयरबड कानों में फिट कर उसी में से आ रही ऑडियो को हम सुनते हैं और ऐसे में बाहर या आस-पास की आवाज हम तक नहीं पहुंचती, जो इसकी खासियत है लेकिन ऐसे में हमें ऑडियो में ही रम जाना नहीं चाहिए। चौकन्ना रहना जरूरी है कहीं किसी दुर्घटना के शिकार न हो जाए। 

घर पर कोई ऊंच-नीच बात हो और हमें होश ही नहीं। हमारी सहायता की वहां जरुरत हो पर हमें कुछ सुनाई ही नहीं पड़ रहा, रास्ते में गाड़ियां, रेललाइन  पट्टरी पर रेल .... ऐसे में हमें सचेत रहना उचित है। ईयरफोन जरुर Use करें पर इन बातों का भी खास ख्याल रखें।

खैर, दोस्तों खुले बाजार या ऑनलाइन में अनेक प्रकार के वायरलेस ईयरफोन उपलब्ध हैं। कंफ्यूजन में न पड़कर उनके फीचर्स की जांच कर ही फोन खरीदना सही है।

वैसे हमारे पसंदीदा वायरलेस ईयरफोन में Oppo कंपनी बेस्ट हैं। 

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